‘आप पिता बन गए अब तो बेटी के घर का…’, CM नायब ने इस अंदाज में पंजाब से मांगा पानी

हरियाणा और पंजाब के बीच पानी के विवाद में मुख्यमंत्री भगवंत मान और नायब सिंह सैनी एक दूसरे पर जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं। दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच तल्खियां इस कद्र बढ़ गईं कि एक कार्यक्रम में होते हुए भी नायब सैनी और भगवंत मान ने हाथ नहीं मिलाए। नशा मुक्त चंडीगढ़ अभियान के दौरान नायब सैनी और भगवंत मान दोनों राज्यपालों के साथ पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए, लेकिन उनके बीच कोई वार्ता नहीं हुई।

दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री अपने-अपने प्लेटफॉर्म पर एक दूसरे की कमियां निकाल रहे हैं और पानी नहीं मिल पाने के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी और भगवंत मान के बीच तनातनी बढ़ने का आलम यह है कि हास-परिहास में कही गई बातें इंटरनेट मीडिया पर बड़ा मुद्दा बनती जा रही हैं।

भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के फैसले के बावजूद हरियाणा को पीने का पानी नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हलके-फुलके अंदाज में कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हमारे रिश्तेदार हैं। उनकी धर्मपत्नी हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पेहवा क्षेत्र की रहने वाली हैं। इसलिए उन्हें रिश्तेदारी के नाते ही, हरियाणा को पानी दे देना चाहिए।

नायब सैनी बयान वायरल

नायब सैनी और भगवंत मान की यह टिप्पणियां इंटरनेट मीडिया पर जबरदस्त वायरल हुई। इस जल संवाद को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक के बाद भगवंत मान को बेटी के घर का पानी तक नहीं पीने की सलाह पर जवाब दिया।

नायब सैनी ने कहा कि मान साहब को शायद ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्हें मालूम होना चाहिए कि जब ससुराल में बेटी को बच्चा हो जाता है तो उनके घर का पानी पीया जा सकता है।

‘हिंसा को उकसा रहे सीएम मान’

भगवंत मान तो अब पिता बन चुके हैं। इसलिए उन्हें हरियाणा को पानी देने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भगवंत मान भी कहां रुकने वाले थे। उन्होंने जवाब दिया कि पानी के लिए तो पंजाब में कत्ल हो जाते हैं। ऐसे में अपना पानी कैसे बाहर दे दें।

 

पंजाब में तो लोग खेत में कस्सी के साथ गंडासा लेकर जाते है। वे हमें कह रहे हैं कि लोधी नंगल वाले पानी के गेट खोल दो तो हमने भी कहा कि आ जाओ फिर खोल लिए गेट। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के सीएम के इस बयान को हिंसा के लिए उकसाने वाला करार दिया है।

 

उन्होंने कहा कि भगवंत मान के ऐसे बयान संघीय ढांचे पर चोट हैं। हमारा पूरा भरोसा शांति और सौहार्द में है। शांति और सौहार्द में खलल डालने की मंशा रखने वाले स्वार्थी तत्वों के भ्रामक प्रचार से बचने के लिए हम जो संभव होगा, करेंगे।

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