राजधानी में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर तीखा हमला बोला। अपने भावुक भाषण के दौरान उन्होंने कहा, “अगर मेरी सरकार से पहले की गलतियों से जनता को तकलीफ़ हुई है, तो मैं जनता से माफी मांगती हूं।” इस बयान से सभा में मौजूद लोग भावुक हो गए और जोरदार तालियों के साथ सीएम का समर्थन किया।
रेखा गुप्ता ने अपने भाषण में खास तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने सिर्फ वादे किए लेकिन जमीन पर कुछ नहीं उतारा। “आम आदमी पार्टी ने लोगों को मुफ्त बिजली, पानी और बेहतर शिक्षा का वादा किया, लेकिन आज हालात आपके सामने हैं। न स्कूलों की हालत सुधरी, न अस्पतालों में डॉक्टर हैं,” उन्होंने कहा।
सीएम गुप्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार जवाबदेही में विश्वास करती है। “हम सिर्फ वादे नहीं करेंगे, उन्हें पूरा भी करेंगे। मैंने जनता से जो वचन लिए हैं, उन्हें निभाना मेरी प्राथमिकता है। मैं चाहती हूं कि जनता को लगे कि यह सरकार उनकी अपनी है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज राजधानी की जनता भ्रष्टाचार, पानी की किल्लत और बेरोज़गारी से परेशान है। “पिछले दस सालों में विकास सिर्फ कागजों पर हुआ है। जमीनी हकीकत कुछ और है,” गुप्ता ने जोर देते हुए कहा।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार जल्दी ही एक पारदर्शी जन-सुनवाई पोर्टल शुरू करेगी, जहां हर नागरिक अपनी समस्या दर्ज कर सकेगा और उसका समाधान समयबद्ध तरीके से किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया कि आने वाले छह महीनों में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार साफ दिखाई देगा।
रेखा गुप्ता ने अंत में दोहराया कि उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीति करना नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करना है। “अगर किसी भी स्तर पर मेरी सरकार से गलती होती है, तो मैं सबसे पहले जनता के सामने आकर माफी मांगूंगी,” उन्होंने कहा।
उनका यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां विपक्ष इसे एक ‘राजनीतिक स्टंट’ बता रहा है, वहीं समर्थक इसे एक जिम्मेदार और संवेदनशील नेतृत्व का उदाहरण मान रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि सीएम रेखा गुप्ता के ये वादे और उनके नेतृत्व की दिशा आने वाले समय में राजधानी की तस्वीर बदलने में कितना असर दिखा पाते हैं।