लखनऊ। राजधानी लखनऊ में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) की पुण्यतिथि के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी रहे मौजूद। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिविल अस्पताल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कोटि-कोटि नमन
सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा-370 का हटना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व की सरकार की कृतज्ञता है। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे” के उद्घोषक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित उनका बलिदान सभी भारत वासियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
औद्योगिक नीति तय करने में बड़ी भूमिका
सीएम योगी ने आगे कहा कि आज ही के दिन 1953 में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) ने अखण्ड भारत के लिए बलिदान दिया था।स्वतंत्र भारत में कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्होंने देश को अपने विजनरी नेतृत्व में लाभान्वित करके देश की औद्योगिक नीति तय करने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने आजादी के तत्काल बाद राष्ट्रीय एकता और अखंडता के साथ किए जा रहे खिलवाड़ को देखते हुए इस्तीफा दिया और भारतीय जन संघ के पहले अध्यक्ष के रूप में देश में एक नई राजनीतिक शुरुआत को आगे बढ़ाया था।