पंजाब सरकार बोर्ड कक्षाओं में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रिप पर ले जाएगी। यह पूरी यात्रा हवाई जहाज से होगी। इस दौरान उन्हें किसी ऐतिहासिक शहर की सैर कराई जाएगी। ताकि उन्हें कुछ सीखने को मिले।
इस दौरान होने वाला खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। यह बात पंजाब के सीएम भगवंत मान ने आज चंडीगढ़ में 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉपरों को सम्मानित करते हुए मंच से संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने शिक्षा मंत्री से कहा कि अब हमारे पास बजट है। ऐसे में इस दिशा में कदम उठाएं। इस दौरान स्टेट टॉपरों के अलावा जिले के टॉपरों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर दो प्लेन भी बुक करने पड़ें तो कोई दिक्कत नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले मानसून सत्र में सभी टॉपरों को विधानसभा देखने का मौका दिया जाएगा। साथ ही सीएम ने कहा कि ब्लू, ग्रीन और रेड कार्ड से हालात नहीं सुधरेंगे, अच्छी शिक्षा से ही हमारे राज्य का भविष्य बदलेगा।
सीएम ने मीडिया से एक सवाल के जवाब में कहा कि टीचरों से केवल पढ़ाने का काम लिया जाएगा। आने वाले दिनों में जनगणना होगी। ऐसे में उनकी तरफ से पहले ही विभाग को लिखा जाएगा कि वह टीचरों की डयूटी नहीं लगाएंगे।
बता दें कि इस बार 10वीं का रिजल्ट 95.60% रहा है, जबकि 12वीं का रिजल्ट 91% रहा है। इस दौरान सभी टॉपर्स को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
खुद कॉमेडियन बने, लोगों ने सीएम बनाया
एक बच्चे के सवाल पर सीएम ने यह भी बताया कि कॉमेडियन से सीएम तक का सफर उन्होंने कैसे पूरा किया। उन्होंने कहा कि जब कोई भी व्यक्ति अपना मिशन तय कर लेता है, और उस मिशन को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्प और मेहनत के साथ काम करना शुरू कर देता है, तो उसे कोई नहीं रोक सकता।
पहले उन्होंने कड़ी मेहनत से कॉमेडी के क्षेत्र में अपना मुकाम हासिल किया। हंसी भी तभी अच्छी लगती है, जब चूल्हे में आग जलती हो। अगर गटर साफ करना है, तो उसमें उतरना पड़ता है। कलाकारी में तारीफ होती है, जबकि राजनीति की लाइन में सुबह से ही गाली मिलती है।
जब आप व्यवस्था बदलते हैं, तो उस व्यवस्था में शामिल लोग परेशान होते हैं। लोगों ने मुझे सबसे पहले 2014 में एमपी चुना। कलाकार बनना मेरी अपनी मेहनत थी, लेकिन सीएम बनने के लिए सीधे पब्लिक इनवॉल्व है। हालांकि, कॉमेडियन क्षेत्र में जनता के समर्थन से ही सफल होते हैं। पहले जिन लोगों को हराकर मैं यहां तक पहुंचा, वे महलों में रहने वाले लोग थे।
सीएम ने टॉपर्स को दिए 5 टिप्स 1. आगे बढ़ने के लिए हमेशा रोल मॉडल बनाओ सीएम ने कहा कि अपने या जिले में टाप करना छोटी बात नहीं है। आप अपने कॉन्फिडेंस की वजह से टॉपर्स बने हो। अगर आपका कोई एजुकेशन मिनिस्टर और चीफ मिनिस्टर फ्रेंडली हो जाएं, तो आपका हौंसला बढ़ जाता है। कोई न कोई रोल मॉडल होता है। हमारे भी कुछ सिंगर होंगे, जिन्होंने दुनिया में कुछ किया, उन्हें रोल मॉडल बनाओ। उन्होंने जिस क्षेत्र में हटकर किया है, उन्हें रोल मॉडल बनाओ। राजनीति में आना है तो अच्छे ईमानदार लोगों को अपना रोल मॉडल बनाओ।
2.आगे बढ़ने के लिए हमेशा रोल मॉडल बनाओ सीएम ने कहा कि अपने या जिले में टाप करना छोटी बात नहीं है। आप अपने कॉन्फिडेंस की वजह से टॉपर्स बने हो। अगर आपका कोई एजुकेशन मिनिस्टर और चीफ मिनिस्टर फ्रेंडली हो जाएं, तो आपका हौंसला बढ़ जाता है। कोई न कोई रोल मॉडल होता है। हमारे भी कुछ सिंगर होंगे, जिन्होंने दुनिया में कुछ किया, उन्हें रोल मॉडल बनाओ। उन्होंने जिस क्षेत्र में हटकर किया है, उन्हें रोल मॉडल बनाओ। राजनीति में आना है तो अच्छे ईमानदार लोगों को अपना रोल मॉडल बनाओ।
3. पढ़े लिखे लोग धनवान माने जाएंगे जहाज जब कहीं जाता है, तो उसका एक रूट होता है। अगर एयर ट्रबुलेंस उसके रास्ते में आता है, तो एयर कंट्रोलर को बता देता है कि इस मार्ग को दूसरे जहाज न चुने। ऐसे ही आप आने वाले बच्चों के लिए मार्गदर्शक बनें। पहले इस तरह का समारोह होते ही नहीं थे। पहले दलिया बनाने और खिलाने पर फोकस होता था। एजुकेशन को तीसरा नेत्र बनाना है। आने वाले समय में जमीनों वाले, बैंक वाले अमीर नहीं माने जाएंगे। वे लोग अमीर होंगे जिनके बच्चे टॉपर या पढ़े-लिखे होंगे।
4.टॉप करने के बाद कभी अंहकार न करे सीएम ने कहा कि हर आदमी में अलग कला होती है। टॉपर आने वाले को अहंकार नहीं नहीं करना चाहिए उनकी इस सफलता में पहले और दूसरे स्थान का बड़ा योगदान होता है। प्रतियोगिता हेल्दी तब होती है जब यह अंतर प्वाइंटों पर आ जाता है। ऐसी ही कलाकारी और राजनीतिक क्षेत्र में होता है। जब हम राजनीति में आए तो पहले तो हमें सीरियस नहीं लिया,
फिर जब हम आएंगे तो हमें रोकने लगे। अकेले से प्रतियोगिता होती है। उन्होंने कहा कि एक महान आदमी ने कहा है कि अगर आप गरीब घर में पैदा हुए हैं, तो इसमें आपका कसूर नहीं है। अगर मरे भी उसी घर में हैं, तो इसके लिए जिम्मेदार हैं। नौकरियों मांगने वाले नहीं, जॉब देने वाले बनो। इसमें फर्क होता है। हर साल 700-800 की जरूरत होती है। परीक्षा में सात-आठ लाख अपीयर होते हैं।
5. जहां दिल करता है उसी क्षेत्र को चुने टीचर आपके रनवे हैं। रनवे जहाज को उड़ाता है। इन्हें भूलना नहीं चाहिए, क्योंकि दोबारा जहाज को रनवे पर ही उतरना होता है। आजकल रोज आंधी आती है। सैकड़ों पेड़ गिर जाते हैं, क्योंकि उनकी जड़ें कमजोर होती हैं। ऐसे में अपनी जड़ें मजबूत रखें। अपने टीचर, कोच और परिजनों का सम्मान करें। मैं अपने टीचरों से मिलता हूं, वे सारे खुश होते हैं। कुछ अचीव करने पर अकड़ नहीं रखनी है। हमारे गुरुओं ने विनम्रता सिखाई है। आप आने वाले पंजाब के माली हैं। जहां आपको इजली लगता है, उस क्षेत्र में जाएं। छोटे-छोटे बच्चों को प्रतियोगिता में ले जाएं।
बचपन ही खत्म कर दिया बचपन ही खत्म कर दिया। अब पढ़ाई स्किल वाली होती है। ऐसे भी देखिए कि पर्चियां चलती हैं। हमारे यहाँ एक बच्चा था। दसवीं में फ्लाइनिंग आ गई। उसने कहा कि बाजू पर लिखा था। ढीढसा साहिब ने बोर्ड के चेयरमैन हैं। एक-दो ने बचा ली इज्जत थी।