‘परिवार का साथ, परिवार का विकास’, वाराणसी में विपक्षी दलों पर प्रधानमंत्री ने साधा निशाना

अपने 50वें दौरे पर वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी की धरती से विपक्ष पर करारा हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का एक ही मंत्र है, परिवार का साथ और परिवार का विकास. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों में उनकी सरकार का प्रयास रहा है सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास, लेकिन कुछ लोग परिवार से आगे नहीं सोच पा रहे हैं.

काशी को करीब 3800 करोड़ की विकास परियोजना की सौगात देने के बाद मेहंदीपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है. काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखे हैं. आज ​काशी सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है. कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकटमोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है. हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां एकत्र हुई है.

प्रधानमंत्री ने आगे बोलते हुए कहा कि आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है. महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर नारीशक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया. आज हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को, नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई उर्जा दे रहे हैं. महात्मा ज्योतिबा फुले जी जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों की प्रेरणा से ही देशसेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ-सबका विकास. हम देश के लिए उस विचार को लेकर चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ-सबका विकास. जो लोग सत्ता हथियाने के लिए दिन रात-खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ-परिवार का विकास.

 

भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है. 10 साल में, दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत वृद्धि हुई है. ये सफलता देश के करोड़ों किसानों की है, देश के पशुपालक भाइयों की है. ये सफलता एक दिन में नहीं मिली है, बीते 10 वर्षों से हम देश के पूरे डेयरी सेक्टर को मिशन मोड से आगे बढ़ा रहे हैं.  हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है, उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है, सब्सिडी की व्यवस्था की है और खुरपका और मुंहपका से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है.

 

मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी
प्रधानमंत्री ने कहा कि 10-11 साल पहले, पूरे पूर्वांचल में इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो भी हम जानते हैं. आज स्थितियां अलग हैं, मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है. दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े अस्पताल आज आपके घर के पास आ गए हैं. यही तो विकास है, जहां सुविधाएं लोगों के पास आती हैं. अब इलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं, अब इलाज के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं, अब इलाज के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं, आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज का पैसा अब सरकार देगी. जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तब हमने भी सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाया है. मेरी गारंटी थी, बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा, इसकी का परिणाम है, आयुष्मान वय वंदना योजना. ये योजना बुजुर्गों के इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है.

बनारस, बहुत बदल गया है
आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की, यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है. हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं, बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं. हर यात्री कहता है- बनारस, बहुत बदल गया है. भारत की आत्मा उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है. काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है. मुझे खुशी है कि काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं. भारत आज विकास और विरासत, दोनों को एक साथ लेकर चल रहा है. इसका सबसे बढ़िया मॉडल हमारी काशी बन रही है. यहां गंगा का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है.

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