‘फर्क नहीं पड़ता, मेरे पास और भी काम हैं’, कांग्रेस नेता ने कहा था BJP का सुपर प्रवक्ता; अब शशि थरूर ने किया पलटवार

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया और इस दौरान आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर 100 से ज्यादा आतंकवादियो का सफाया भी किया।

 

इसके बाद भारत ने लगातार पाकिस्तान पर शिकंजा कसा और भारत सरकार ने भारतीय डेलिगेशन के सात दलों को विश्व भर के अलग-अलग देशों के दौरे पर भेजा, जहां सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता भारत का पक्ष रख रहे हैं और पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं। 

कांग्रेस नेता ने साधा था थरूर पर निशाना

इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद शशि थरूर जो एक डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने पनामा में भारत द्वारा 2016 में किए गए सर्जिकल स्ट्राइल फिर 2019 में पुलवामा हमले के बाद किए गए बालाकोट एअर स्ट्राइक और फिर अभी ऑपरेशन सिंदूर जमकर तारीफ की।
इसके बाद कांग्रेस के ही नेता उदित राज ने थरूर पर निशाना साधना शुरू कर दिया और कहा कि यूपीए की पिछली सरकार ने पाकिस्तान पर 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 

शशि थरूर का जवाब

उदित राज की इन बातों का शशि थरूर ने जवाब दिया है और उन्होंने दो टुक बोलते हुए कहा कि उनके पास करने के लिए बहुत जरूरी काम है, उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है।

थरूर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि उन्होंने अपने बयान में किसी भी युद्ध का जिक्र नहीं किया था, बल्कि सिर्फ आतंकी हमलों के जवाब में भारत की प्रतिक्रियाओं की बात की थी।

‘तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं मेरी बात’

उन्होंने यह भी कहा कि आलोचक उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं। उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, क्योंकि उनके पास करने को और भी ज्यादा जरूरी काम है। 

उन्होंने लिखा, “पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद मुझे आधी रात को यहां से निकलकर छह घंटे बाद बोगोटा, कोलंबिया के लिए प्रस्थान करना है। इसलिए मेरे पास वास्तव में इसके लिए समय नहीं है। लेकिन, फिर भी LoC के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरे कथित अज्ञानता के बारे में भड़के हुए हैं, इतना कहूंगा कि वो बीमार हैं।”

थरूर ने क्या सफाई दी?

  • मैं स्पष्ट रूप से केवल आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध के बारे में बोल रहा था, न कि पिछले युद्धों के बारे में।
  • मेरी टिप्पणियों में हल के वर्षों में हुए कई हमलों का संदर्भ था और इस दौरान भारत द्वारा दी गई प्रतिक्रियाओं के बारे में जिक्र किया था।
  • हमेशा की तरह आलोचकों और ट्रोल्स को मेरे विचारों और शब्दों को विकृत करने का स्वागत है, जैसा वे उचित समझें। मेरे पास और भी जरूरी काम है।

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