उत्तर प्रदेश आए पाकिस्तानी नागरिकों को पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर देश से बाहर कर दिया गया है। सोमवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश और पल-पल निगरानी का नतीजा है कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जहां 24 घंटे के अंदर, प्रदेश में रह रहे लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर कर दिया गया है। बयान के अनुसार अंतिम एक पाकिस्तानी नागरिक को बुधवार को वापस भेज दिया जाएगा। पुलिस विभाग और खुफिया एजेंसी द्वारा लगातार उस पर नजर रखी जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित समयसीमा से अधिक समय देश में न रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिलों में अल्पकालिक वीजा पर रह रहे लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि एलटीवी (दीर्घकालिक वीजा) के सम्बन्ध में मुख्यालय द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि जो पाकिस्तानी नागरिक जिले में एलटीवी पर हैं, वे ही यहां रह सकेंगे। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
बयान के मुताबिक, केंद्र सरकार के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। योगी ने बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल प्रदेश से बाहर करने के साथ उन्हें उनके देश रवाना किया जाए। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये थे कि पाकिस्तानी नागरिक वापस अपने देश ही जाएं, इसके लिए उनके साथ पुलिस दल को भेजा जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे अपने वतन लौट गये हैं।
योगी के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों को अलर्ट करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये गये। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार के हवाले से बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश के 75 जिलों में पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हे वापस भेजने की व्यवस्था की गयी। डीजीपी ने बताया कि प्रदेश में रह रहे शत-प्रतिशत पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों की वतन वापसी को पुख्ता करने के लिए विभिन्न जिलों से पाकिस्तानी नागरिकों के साथ स्थानीय पुलिस दल को भी भेजा गया। डीजीपी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में केवल एक पाकिस्तानी नागरिक रह रहा है, जिसे 30 अप्रैल को वापस भेज दिया जाएगा।