पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात करेंगे. सूबे में जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई जा रही हैं. सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में इस सप्ताह के आखिर में राज्यसभा सीट पर भी फैसला लिया जाएगा. इस बार दो मंत्रियों को हटाया जाएगा और चार को फिर से जिम्मेदारी दी जाएगी, मालवा-माझा इलाके से किसी नए चेहरे पर भी विचार किया जा सकता है.
मालवा से नए चेहरे को मौका !
लुधियाना में उपचुनाव में जीत के बाद पंजाब मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना पुख्ता हो गई है. मंत्रिमंडल फेरबदल में कुछ मौजूदा मंत्रियों के विभागों को बदला जा सकता है. सूत्रों का कहना है कि मालवा क्षेत्र से नए चेहरे, जिसमें दूसरी बार जीतकर आए एक विधायक और एक महिला विधायक शामिल हैं, को कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना है. विधायक संजीव अरोड़ा, जो वर्तमान में पंजाब से राज्यसभा सदस्य हैं, के भी मंत्री बनने की चर्चा है. साथ ही उच्च सदन में उनके रिप्लेसमेंट के बारे में जल्द फैसला लिया जा सकता है.
भगवंत मान सरकार के तीन साल के कार्यकाल में यह सातवां फेरबदल होगा. साथ ही यह फेरबदल इस सप्ताह के आखिर में AAP की राजनीतिक मामलों की समिति की आगामी बैठक के साथ होने की उम्मीद है. इस बैठक में राज्यसभा में संजीव अरोड़ा की जगह लेने वाले नेता के नाम पर भी मुहर लगने की उम्मीद है.
इस बीच, माझा क्षेत्र से AAP के एक विधायक की संभावित राजनीतिक वापसी को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर अहम घटनाक्रम सामने आने की उम्मीद है. पार्टी नेतृत्व उन विधायकों की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रख रहा है, जिन्हें ‘विचाराधीन’ माना जा रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच चर्चा के बाद नामों पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है.
लुधियाना में उपचुनाव जीती AAP
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में AAP ने महत्वपूर्ण राजनीतिक जीत हासिल की, जिसमें राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा विजयी हुए हैं. सत्तारूढ़ पार्टी के लिए इस जीत को जरूरी माना जा रहा है, ये नतीजे आंतरिक असंतोष और पंजाब के शासन पर दिल्ली के नियंत्रण को लेकर आलोचना के बीच आए हैं.
उपचुनाव के नतीजों में AAP के संजीव अरोड़ा ने कुल 35 हजार से ज्यादा वोट हासिल करके लगभग 11 हजार वोटों से जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस दूसरे और बीजेपी तीसरे पायदान पर रही. इस सीट पर कुल 14 उम्मीदवार थे, लेकिन प्रमुख तीन दलों के बीच मुकाबला देखने को मिला, मतदान 19 जून को हुआ था और 23 जून को नतीजे आए हैं. AAP विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद लुधियाना वेस्ट सीट खाली हो गई थी.