गुरुवार को रेखा गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में रामलीला मैदान में शपथ ली, और इस पद पर आसीन होने वाली चौथी महिला बनीं। उनके बाद, भाजपा के कई नेताओं ने दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली, जिनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, कपिल मिश्रा, रवींद्र इंद्राज सिंह, मनजिंदर सिंह सिरसा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। इस शपथ ग्रहण समारोह ने दिल्ली में लगभग तीन दशकों बाद भाजपा की वापसी को भी चिह्नित किया। नवगठित दिल्ली सरकार ने अपनी प्राथमिकता के रूप में चुनावी घोषणापत्र में उल्लिखित नीतियों को लागू करने का वादा किया है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की पहली समीक्षा बैठक।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज दिल्ली जल बोर्ड और लोक निर्माण विभाग के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगी। इस बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में सड़कों की मरम्मत और रखरखाव की योजना पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह बैठक दिल्ली में गड्ढों की समस्या से निपटने के लिए आयोजित की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में दिल्ली की सड़कों की स्थिति सुधारने और कामकाजी वर्ग के लिए सुगम यातायात व्यवस्था की बात की थी, और यही प्राथमिकता अब सरकार द्वारा ली जा रही है।
पहली कैबिनेट बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय।
नई दिल्ली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में दो प्रमुख एजेंडों को स्वीकृति दी गई। इनमें से पहला था आयुष्मान योजना का पुनः शुभारंभ, जिसे पिछली सरकार ने रोक दिया था। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली सरकार ने भी इसे लागू नहीं किया था। अब इस योजना के तहत दिल्लीवासियों को ₹5 लाख तक का लाभ और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। दूसरा महत्वपूर्ण निर्णय था नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की चौदह लंबित रिपोर्टों को पारित करना, जिन्हें विधानसभा में आगे की चर्चा के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा, कैबिनेट ने एक वित्तीय सहायता योजना पर भी चर्चा की, जिसके तहत महिलाओं को ₹2500 की सहायता राशि प्रदान की जाएगी, जो उनके कल्याण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।