लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर प्रस्तावित उपचुनाव से ठीक पहले पंजाब की सियासत ने रफ्तार पकड़ ली है। इसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जो दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ स्थित उनके सरकारी आवास पर आयोजित होगी।
हालांकि इस बैठक का औपचारिक एजेंडा सरकार द्वारा अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस मीटिंग को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है। जानकारों का मानना है कि लुधियाना पश्चिम उपचुनाव की रणनीति, विकास कार्यों की घोषणाएं और संभावित नीतिगत फैसले इस बैठक के मुख्य केंद्रबिंदु हो सकते हैं।
-पिछली बैठक में वित्तीय सुधारों पर था फोकस
गौरतलब है कि इससे पूर्व 23 मई को हुई कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने पंजाब मैनेजमेंट एंड ट्रांसफर ऑफ म्यूनिसिपल प्रॉपर्टीज रूल्स 2021 में संशोधन को मंजूरी दी थी। इस बदलाव के तहत प्रॉपर्टी अलॉटियों के लिए भुगतान की समयसीमा घटाकर छह महीने कर दी गई, जिससे नगरीय निकायों की आमदनी बढ़ाने और लंबित कानूनी विवादों को सुलझाने की दिशा में बड़ा कदम माना गया।
-चुनावी लिहाज से अहम हो सकती है बैठक
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव को आम आदमी पार्टी और विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच कड़ी टक्कर माना जा रहा है। ऐसे में कैबिनेट की यह बैठक सरकार को अपनी पकड़ मजबूत करने और जनभावनाओं को साधने का अवसर प्रदान कर सकती है।
-राजनीतिक संकेत और रणनीति के संकेत
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बैठक से सरकार कुछ लोकलुभावन घोषणाएं कर सकती है, जिससे उपचुनाव में मतदाताओं को आकर्षित किया जा सके। साथ ही, प्रशासनिक निर्णयों के ज़रिए जमीनी स्तर पर विकास को रफ्तार देने की योजना भी बैठक का हिस्सा हो सकती है।
-उम्मीदों की निगाहें सरकार पर
अब सबकी निगाहें सोमवार की बैठक पर टिकी हैं। क्या सरकार चुनाव से पहले कोई बड़ा ऐलान करेगी? क्या लुधियाना पश्चिम के विकास को लेकर कोई ठोस कार्य योजना सामने आएगी? इन सवालों के जवाब बैठक के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन इतना तय है कि यह मीटिंग चुनावी समर में सरकार की रणनीतिक चालों का अहम हिस्सा होगी।