Why is stock market rising: भारतीय शेयर बाजारों ने सोमवार की भारी गिरावट के बाद आज 9 अप्रैल को
शानदार वापसी की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,600 अंकों से भी अधिक चढ़ गया। वहीं निफ्टी ने 22,650 के अहम स्तर को फिर से हासिल कर लिया। ग्लोबल बाजारों में तेजी और ट्रेड वार के भारत पर तुलनात्मक रूप से कम असर पड़ने की संभावना से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है। निफ्टी के लगभग सभी 13 प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। सबसे अधिक तेजी टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, SBI और एक्सिस बैंक के शेयरों में देखने को मिली।
कारोबार के दौरान, सेंसेक्स 1,617.16 अंक या 2.21% की तेजी के साथ 74,755.06 के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 504.6 अंक या 2.27% की मजबूत उछाल के साथ 22,666.20 पर पहुंच गया।
आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे 3 बड़ी वजहें क्या रहीं-
1. ग्लोबल मार्केट्स में रिकवरी से मिला सहारा
एशियाई बाजारों में मजबूत रिकवरी देखी गई. जिससे भारतीय शेयरों को तगड़ा सपोर्ट मिला। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 5.5% से अधिक चढ़ा, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट करीब 1% ऊपर रहा। निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका के टैरिफ ऐलानों पर शुरुआती रिएक्शन के बाद ग्लोबल मार्केट्स में जिस तरह से गिरावट आई है, उसे देखते हुए ट्रंप आने वाले दिनों में टैरिफ को लेकर अपना रुख कुछ नरम कर सकते हैं। हालांकि फिलहाल ट्रंप ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है।
इस बीच अमेरिकी बाजार सोमवार रात को मिले-जुले संकेतों के साथ बंद हुए। नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स में मामूली 0.10% की तेजी आई, जबकि S&P 500 इंडेक्स और डॉव जोन्स में हल्की गिरावट देखी गई।
2. अमेरिका-चीन तनाव को दूसरे देश नहीं मान रहे बड़ा खतरा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को धमकी दी है कि अगर वह अपने जवाबी टैरिफ को वापस नहीं लेता है तो, वह उस पर अतिरिक्त 50% टैरिफ लगाने का ऐलान कर सकते हैं। इससे चीन पर कुल टैरिफ 104% (पहले के 54% को लेकर) पहुंच जाएगा। हालांकि चीन ने इस धमकी के सामने झुकने की उलटे पलटवार करने और आखिरी दम तक लड़ने की बात कही है।
हालांकि दुनिया की बाकी बड़ी इकोनॉमी जैसे यूरोपीय यूनियन और जापान ने अमेरिका से बातचीत का रास्ता चुना है। भारत भी अमेरिका से ट्रेड डील के लिए बात कर रहा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, “इस पूरी स्थिति से तीन अहम बातें निकलती हैं। पहला, ट्रेड वॉर फिलहाल अमेरिका और चीन तक सीमित रहेगा। दूसरा, अमेरिका में मंदी का खतरा बढ़ गया है। तीसरा, चीन सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश होगा, क्योंकि 50% का नया टैरिफ लागू होने पर उसके एक्सपोर्ट को काफी हद ठप कर सकता है।”
3. भारत की मजबूत आर्थिक नींव
एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत की मजबूत इकोनॉमी भारतीय शेयर बाजार को ग्लोबल अस्थिरता के बीच मजबूती देती हैं। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वे में भारत की GDP ग्रोथ को 6.3% से 6.8% के बीच रहने का अनुमान जताया गया है। विजयकुमार के मुताबिक, “भारत की इकोनॉमी मजबूत है। ग्रोथ की संभावनाएं बेहतर हैं और लार्जकैप कंपनियों के शेयरों की वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक बनी हुई है। इससे भारतीय शेयर बाजार विदेशी निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनता है।”
क्या कहता है टेक्निकल चार्ट?
जियोजित इनवेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी ने 22,165 का स्तर फिर से हासिल कर लिया है, अब अगला लक्ष्य 22,522 है। हालांकि, India VIX में 70% की उछाल यह संकेत देती है कि अगले कुछ सत्रों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि निफ्टी 22,660 के पास बिकवाली के दबाव का सामना कर सकता है और आने वाले दिनों में इसमें 22,320 से 22,660 के दायरे में कंसॉलिडेशन देखने को मिल सकता है।