पाकिस्तान में चीनी और अरब नागरिकों को निशाना बनाने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। इस जानकारी के अनुसार, आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) ने विदेशी नागरिकों, खासकर चीनी और अरब नागरिकों के खिलाफ हमलों की योजना बनाई है।
पाकिस्तान में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खासकर उन इलाकों में जहां चीनी और अरब नागरिकों की उपस्थिति ज्यादा है, जैसे बंदरगाहों, एयरपोर्ट्स और दफ्तरों में। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, इंटरनेशनल इंटेलिजेंस ब्यूरो ने चेतावनी दी है कि ISKP चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान आने वाले विदेशी टूरिस्टों को किडनैप कर सकता है।
खुफिया एजेंसियों ने यह भी जानकारी दी है कि आतंकी संगठन पाकिस्तान के कुछ बाहरी इलाकों में ऐसे स्थानों की तलाश कर रहे हैं, जहां कम से कम निगरानी हो और जिन्हें केवल रिक्शा या बाइक से आसानी से पहुंचा जा सके। इन इलाकों में किराए पर घर लेकर किडनैप किए गए लोगों को वहां रखा जा सकता है।
इस खतरे को लेकर अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी GDI ने भी चेतावनी जारी की है और ISKP से जुड़े आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है। पाकिस्तान में इंटरनेशनल इवेंट्स की सुरक्षा पर पहले भी चिंता जताई गई थी, और अब फिर से विदेशी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
ISKP से जुड़े अल अजीम मीडिया ने 2024 में एक वीडियो जारी किया था, जिसमें क्रिकेट को ‘मुसलमानों के खिलाफ’ बताया गया था। इसमें यह दावा किया गया था कि क्रिकेट राष्ट्रवाद और प्रचार को बढ़ावा देता है, जो इस्लाम की विचारधारा के खिलाफ है। इसके साथ ही तालिबान द्वारा अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का समर्थन करने पर भी आलोचना की गई थी।
2009 में श्रीलंकाई टीम पर पाक में हुआ था हमला।
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर जताया गया खतरा निस्संदेह निराधार नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान में पहले भी क्रिकेटर्स पर आतंकी हमले हो चुके हैं। 3 मार्च, 2009 को श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पाकिस्तान दौरे पर आई थी। लाहौर टेस्ट के तीसरे दिन, जब श्रीलंकाई टीम बस से मैदान की ओर जा रही थी, तब सुबह करीब 9 बजे गद्दाफी स्टेडियम के बाहर 12 बंदूकधारियों ने घात लगाकर उन पर हमला किया।
आतंकवादी अत्यधिक हथियारों से लैस थे, जिनके पास असॉल्ट राइफलें, ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर थे। इस हमले में छह पुलिसकर्मियों और मैच अधिकारियों को ले जा रहे एक ड्राइवर की जान चली गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हुए थे। हमले के दौरान श्रीलंकाई टीम के सात खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ को भी चोटें आई थीं।