मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। 91 किमी लंबा लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सलारपुर में जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश और प्रदेश में विकास की रफ्तार अब रुकेगी नहीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आने वाले समय में एक्सप्रेसवे के किनारे सेमी हाईस्पीड ट्रेनों का भी संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ के नाम से पहले लोग डरते थे लेकिन अब अदम्य साहस का गढ़ बन रहा है। पिछले आठ वर्ष में आजमगढ़ की तस्वीर बदली है। आजमगढ़ की ब्लैक पाटरी और मुबारकपुर की साड़ी अब देश-विदेश में अपनी एक खास पहचान बना रही है।

उन्होंने कहा कि बेटी और व्यापारी सहित सभी की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। किसी ने सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की तो उसे यमलोक का टिकट उपलब्ध करा दिया जाएगा। जो दूसरों के लिए खतरा बनेंगे, उनके लिए एक टिकट बुक करा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार सुरक्षा और सुशासन की गारंटी दे रही है।
यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को आसान बनाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ से गोरखपुर तक यह लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रहा है। यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को आसान बनाएगी। उन्होंने कहा कि 2017 में केवल दो एक्सप्रेसवे (यमुना और आगरा-लखनऊ) थे जिसमें आगरा-लखनऊ अधूरा ही था जिसे डबल इंजन की सरकार ने पूरा किया, लेकिन अब 340 किलोमीटर का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, 300 किलोमीटर का बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और 91 किलोमीटर का गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे चालू हो चुके हैं। इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेसवे (600 किलोमीटर), लखनऊ-कानपुर, बलिया लिंक सहित छह एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे ने 3 घंटे की दूरी को 40-45 मिनट में सिमटने का गौरव हासिल किया है। सीएम योगी ने कहा कि इस वर्ष के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे का लोकार्पण प्रधानमंत्री करेंगे और इंफ्रास्ट्रक्चर इतना मजबूत होगा कि उत्तर प्रदेश को समृद्ध होने से कोई रोक नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत एक विकसित भारत होगा उसे विकसित भारत के लिए विकसित और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने के दिशा में डबल इंजन की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों का एक प्रतिफल है कि उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से अब एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले सड़कों का हाल ऐसा था कि गड्ढे में सड़क थी या सड़क में गड्ढा, पता ही नहीं चलता था। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास तो हो गया था, लेकिन जमीन तक नहीं खरीदी गई थी। ₹15,200 करोड़ में 110 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे बनाना चाहते थे, हमने उसे 120 मीटर चौड़ा करके ₹11,800 करोड़ में बनवाया। बचे हुए पैसों की डकैती किसकी होती, जनता समझती है।