ट्रंप ने की ईरान-इजरायल के बीच युद्धविराम की घोषणा, 12 दिन की जंग के बाद शांति की उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि ईरान और इजरायल के बीच पूर्ण युद्धविराम (Ceasefire) पर सहमति बन गई है। यह घोषणा उन्होंने सोमवार रात अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रूथ सोशल’ पर की। ट्रंप ने लिखा, “ईरान और इजरायल के बीच यह पूरी तरह तय हो गया है कि अब एक संपूर्ण और अंतिम युद्धविराम होगा।” यह सीजफायर छह घंटे बाद लागू होगा, यानी वॉशिंगटन समयानुसार सोमवार रात करीब 12 बजे और भारतीय समयानुसार मंगलवार सुबह 9:30 बजे। ट्रंप ने कहा कि दोनों देश अपनी मौजूदा सैन्य कार्रवाइयों को समाप्त करेंगे, जिसके बाद यह युद्धविराम प्रभाव में आएगा।

ट्रंप ने इस 12 दिन लंबे संघर्ष को “द ट्वेल्व डे वॉर” कहा और ईरान तथा इजरायल दोनों की “सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता” की प्रशंसा की। उन्होंने लिखा, “अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो 24 घंटे बाद इस युद्ध का औपचारिक अंत पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त करेगा।” इससे पहले, अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों- इस्फहान, नतान्ज और फोर्दो पर बमबारी की थी। ट्रंप के मुताबिक इन हमलों ने ईरान की परमाणु क्षमता को नष्ट कर दिया। इसके जवाब में ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 14 मिसाइलें दागीं, लेकिन ट्रंप ने बताया कि इनमें से 13 मिसाइलें नष्ट कर दी गईं और कोई जनहानि नहीं हुई। ट्रंप ने लिखा, “ईरान ने अपना गुस्सा निकाल लिया है, और उम्मीद है कि अब आगे कोई नफरत नहीं होगी।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पहले उन्होंने ईरान को कड़े नतीजों की चेतावनी दी थी, लेकिन इस प्रतीकात्मक हमले के बाद वह संतुष्ट हैं।

हालांकि ट्रंप की पोस्ट में यह नहीं बताया गया कि यह युद्धविराम कैसे तय हुआ, कौन इसमें शामिल था, या औपचारिक समझौता कहां और किसके माध्यम से हुआ। ईरान की ओर से अभी तक कोई औपचारिक पुष्टि नहीं आई है। 12 दिन से जारी इस संघर्ष की शुरुआत तब हुई जब इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ढांचों पर हमले किए। इसके बाद ईरान ने जवाबी मिसाइल हमले किए। इस युद्ध में अब तक ईरान में करीब 400 और इजरायल में 24 लोगों की मौत हो चुकी है।

अब यह देखना बाकी है कि क्या यह युद्धविराम टिक पाएगा, क्योंकि इजरायल ने पहले ही ईरान-अमेरिका वार्ता को बाधित करते हुए दो दिन पहले हमले शुरू कर दिए थे। इसी के चलते अमेरिका ने भी संघर्ष में हस्तक्षेप किया था। वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आज मंगलवार को बैठक करने जा रही है जिसमें 2015 के ईरान परमाणु समझौते (JCPOA) पर चर्चा होगी।-(IANS)

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