पंजाब के पूर्व डिप्टी CM और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को एक बार फिर धार्मिक दोषी माना गया है। जिसमें सजा के रूप में सुखबीर बादल को ‘तनखैया’ घोषित कर दिया गया है। दरअसल, अब ‘तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब’ ने सुखबीर बादल को ‘तनखैया’ घोषित किया है। पटना साहिब तख्त के ‘पंज प्यारों ने सुखबीर बादल को दोषी मानते हुए उन्हें तनखैया घोषित कर दिया।
आदेश की अनदेखी की, 3 बार बुलाया, नहीं गए
सुखबीर बादल पर आरोप है कि उन्होंने सियासत से प्रेरित होकर तख्त ‘श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब’ के मर्यादा संविधान और प्रबंधन अधिकारों में दखलअंदाजी कर चुनौती देने की कोशिश की। जिसके बाद इस घटनाक्रम को लेकर पटना साहिब तख्त ने सुखबीर बादल को अपना पक्ष रखने के लिए 2 बार पेश होने के लिए बुलाया। लेकिन दोनों बार वह पेश नहीं हुए। इसके बाद 20 दिनों की और मोहलत देते हुए तीसरी बार सुखबीर बादल पेश होने का आदेश जारी किया गया। लेकिन वह तीसरी बार भी पेश नहीं हुए।
पटना साहिब तख्त के ‘पंज प्यारों’ ने कहा कि, सुखबीर बादल के बार-बार पेश न होने से यह स्पष्ट रूप से लगता है कि घटनाक्रम में उनकी साजिश है और वह इसमें शामिल हैं। इसलिए सुखबीर बादल को आदेश की अनदेखी का दोषी मानते हुए उन्हें तनखैया घोषित किया जाता है। ज्ञात रहे कि, इससे पहले श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर ने सुखबीर बादल को धार्मिक दुराचार का दोषी मानते हुए उन्हें तनखैया घोषित किया था और साथ ही में गले में तख्ती लटकाकर श्रद्धालुओं के झूठे बर्तन धोने और सेवादार बनने की सजा सुनाई थी।