पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी से मुलाकात की। इस मौके हुई मीटिंग में धान की लिफ्टिंग से लेकर आरडीएफ के मुद्दे पर स्ट्रेटजी बनी। सीएम ने कहा कि मीटिंग काफी अच्छे माहौल में हुई है और कई चीजों पर सहमति बनी है। जल्दी ही वह दूसरी मीटिंग करेंगे।
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि एक तरफ जहां गोल्डन टेंपल को ईमेल से धमकी आई, वहीं आपको भी धमकी मिली है। इस पर उनका जवाब था कि जो आदमी देशहित में काम करेगा, जो पंजाब के लिए काम करेगा, उन्हें कुछ शरारती तत्व बर्दाश्त नहीं करते होंगे। ऐसी गीदड़ धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं।
मीटिंग में इन पांच प्वाइंटों पर सहमति बनी है –
1. सीएम ने कहा कि मीटिंग में मांग रखी गई थी कि हमारे गोदाम तुरंत खाली किए जाए। हर महीने 10 से 12 लाख मीट्रिक टन अनाज की लिफ्टिंग की जाए, तो गोदामों में जगह बनेगी। वह इस बात केंद्रीय मंत्री राजी हुए हैं।
2. सीएम ने कहा कि पंजाब में गोदामों का किराया कम है। लेकिन एफसीआई हमें अपने गोदामों में अनाज कम रखने देती है। वहीं, 46 लाख मीट्रिक टन गोदाम बनाए जाने हैं। पंजाब में जमीन मंहगी है। इसलिए मांग की है कि अन्य स्टेट से पंजाब की तुलना न की जाए।
3.आढ़तियों का कमीशन काफी देर से बढ़ा नहीं है। इस बढ़ाने पर भी केंद्र सरकार ने सहमति जताई है।
4. इस बार हमने धान लगाने का सीजन 15 दिन पहले ही कर दिया है। सरकारी खरीद की इस बार 15 सितंबर से शुरू करने की मांग की है। ताकि किसान अपनी फसल बेचकर आराम से वापस घर जाए। चारों मांगे सही है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि अगली जल्दी मीटिंग कर लेंगे।
5. मीटिंग में RDF के पैसे का मुद्दा भी उठा है। वह भी मंडियों से संबंधित पैसा है। उसके लिए अलग से मीटिंग करने को कहा है। उसके लिए थोड़ी सहमति बनी है। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने उसका गलत प्रयोग कर लिया था। इस वजह से दिक्कत आई थी। उम्मीद है कि अगली मीटिंग 10 से 12 दिन में हो जाएगी। धान का सीजन पहले इसलिए किया ताकि नमी न आए।