चंडीगढ़: पंजाब की राजनीति और उद्योग जगत के लिए आज एक बड़ी खबर सामने आई है। ट्राइडेंट समूह के चेयरमैन और जाने-माने उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को राज्यसभा का सदस्य निर्विरोध चुना गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से उम्मीदवार बनाए गए राजिंदर गुप्ता का चुनाव बिना वोटिंग के ही तय हो गया।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम समय सीमा समाप्त होने के बाद केवल राजिंदर गुप्ता ही मैदान में बचे। एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी नामांकन दाखिल किया था, लेकिन उनके सिफारिशकर्ताओं के हस्ताक्षर जाली पाए जाने के कारण उनका नामांकन खारिज कर दिया गया।
इस तरह, राजिंदर गुप्ता निर्विरोध रूप से राज्यसभा सदस्य चुने गए।
आप की रणनीति: ‘उद्योग और विकास की आवाज’
आम आदमी पार्टी ने राजिंदर गुप्ता की उम्मीदवारी को “उद्योग और विकास की आवाज” के रूप में पेश किया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, गुप्ता के राज्यसभा में जाने से पंजाब में औद्योगिक निवेश, रोजगार सृजन और आर्थिक नीतियों को नई दिशा मिलेगी।
राजिंदर गुप्ता ने ट्राइडेंट समूह को कपड़ा उद्योग में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत पहचान दिलाई है। उन्हें पंजाब के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक माना जाता है।
चुनाव प्रक्रिया और समयसीमा
राज्यसभा चुनाव के लिए 24 अक्टूबर को मतदान होना था और उसी दिन मतगणना के बाद नतीजे घोषित किए जाने थे। लेकिन अब, निर्विरोध चयन होने के चलते मतदान की आवश्यकता नहीं रही।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में न रहने के कारण राजिंदर गुप्ता की जीत की घोषणा वैध और अंतिम है।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि AAP द्वारा एक सफल उद्योगपति को राज्यसभा भेजना, पार्टी की उस नीति को दर्शाता है जिसमें राज्य के औद्योगिक विकास और निवेश को प्राथमिकता दी जा रही है। यह फैसला पंजाब की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार के नए अवसर सृजित करने के रूप में देखा जा रहा है।
Punjabi Doordarshan का निष्कर्ष:
राजिंदर गुप्ता का निर्विरोध राज्यसभा चयन न सिर्फ आम आदमी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की बात है, बल्कि यह पंजाब के उद्योग जगत के लिए भी सकारात्मक संकेत है। अब देखना यह होगा कि गुप्ता अपनी औद्योगिक विशेषज्ञता से राज्यसभा में किस तरह पंजाब की आर्थिक नीतियों में योगदान देते हैं।

