चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को प्रदेश के आरटीओ कार्यालयों पर प्रतीकात्मक ताला लगाकर एक नई डिजिटल व्यवस्था की शुरुआत की। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने मिलकर “फेसलेस RTO सेवाओं” की शुरुआत की, जिसके बाद अब लोगों को लाइसेंस या वाहन रजिस्ट्रेशन जैसे कामों के लिए आरटीओ दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
अब घर बैठे मिलेंगी RTO सेवाएं
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अब राज्य के नागरिक ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन, और अन्य परिवहन सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। यह पहल भ्रष्टाचार खत्म करने और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में सरकार का एक बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा, “पहले लोगों को परेशान करने के लिए रिबन काटे जाते थे, अब जनता की सुविधा के लिए हम ताले लगा रहे हैं।”
कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि आरटीओ कार्यालयों में काम कर रहे किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। बल्कि उनके अनुभव का उपयोग सरकार अन्य विभागों में करेगी, ताकि प्रशासनिक दक्षता बनी रहे।
फेसलेस सेवाओं से खत्म होगी जनता की परेशानी
सीएम मान ने बताया कि राज्य में पहले ही 19 टोल प्लाजा बंद किए जा चुके हैं ताकि लोगों को अनावश्यक खर्च से राहत मिले। अब पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है जिसने जनता को पूरी तरह फेसलेस RTO सेवाएं उपलब्ध कराई हैं।
वित्तीय वर्ष 2024–25 में परिवहन विभाग ने 29 लाख से अधिक आवेदनों का निपटारा किया — जिनमें 19.6 लाख वाहन रजिस्ट्रेशन और 9.6 लाख ड्राइविंग लाइसेंस शामिल हैं। इस बड़े पैमाने पर कार्यभार को देखते हुए, सरकार ने नागरिक-अनुकूल डिजिटल मॉडल को लागू करने का निर्णय लिया।
15 दिनों तक लगेंगी हेल्प डेस्क
नई प्रणाली के तहत शुरुआती 15 दिनों तक आरटीओ कार्यालयों में हेल्प डेस्क लगाई जाएंगी, जो नागरिकों को दस्तावेज़ों और प्रक्रियाओं से जुड़ी जानकारी देंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम विभाग को उसकी मुख्य जिम्मेदारियों पर अधिक फोकस करने में मदद करेगा। पंजाब सरकार आने वाले समय में और भी डिजिटल सुधारों की योजना बना रही है, जिससे शासन को और अधिक पारदर्शी और सुगम बनाया जा सके।
इस मौके पर परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

