नहर में फेंकी गई बेटी के मामले में सनसनीखेज मोड़, कोर्ट में लड़की ने खोले कई राज
फिरोजपुर | पंजाबी दूरदर्शन
पंजाब के फिरोजपुर जिले से सामने आए नहर में नाबालिग बेटी को फेंके जाने के सनसनीखेज मामले में अब चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। करीब 68 दिन पहले मृत समझी जा रही 17 वर्षीय लड़की प्रीत ने आज कोर्ट में पेश होकर पूरी घटना की सच्चाई बयां की है। लड़की के जिंदा मिलने से न केवल पुलिस बल्कि पूरा प्रशासन भी हैरान है।
जानकारी के अनुसार फिरोजपुर शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी सुरजीत सिंह पुत्र जोध सिंह ने कथित तौर पर अपनी नाबालिग बेटी के चरित्र पर शक करते हुए उसके हाथ बांधकर नहर में फेंक दिया था। आरोपी पिता ने इस घटना का वीडियो भी बनाया था, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस मामले में लड़की के रिश्तेदार साहिल चौहान के बयानों के आधार पर थाना सिटी फिरोजपुर पुलिस ने सुरजीत सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह जेल में बंद है।
मामले ने उस वक्त नया मोड़ ले लिया जब लड़की ने सोशल मीडिया पर आकर दावा किया कि वह जिंदा है। लड़की ने बताया कि नहर में फेंके जाने के दौरान उसके बंधे हुए हाथ अचानक खुल गए और बहते पानी के बीच उसका हाथ किसी चीज से लग गया, जिसके सहारे उसने खुद को बचाया। कड़ी मशक्कत के बाद वह नहर से बाहर निकली और राहगीरों की मदद से एक परिचित परिवार के पास पहुंची, जहां वह पिछले करीब दो महीने से रह रही थी।
लड़की ने कहा कि उसे जब यह पता चला कि उसके पिता उसी की हत्या के मामले में जेल में हैं, तो उसने सामने आकर सच्चाई बताने का फैसला किया। उसने यह भी कहा कि वह नहीं चाहती कि पिता की जेल की सजा की वजह से उसकी अन्य बहनों का भविष्य खराब हो। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लड़की ने अपनी मां पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई।
आज यह नाबालिग लड़की एसएसपी फिरोजपुर भूपिंदर सिंह सिद्धू के दफ्तर में पेश हुई, जहां उसने पूरी घटना की जानकारी दी। एसएसपी के निर्देशों पर थाना सिटी फिरोजपुर पुलिस ने लड़की का सिविल अस्पताल फिरोजपुर में मेडिकल करवाया और बाद में माननीय अदालत में पेश कर उसके बयान कलमबद्ध करवाए गए।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी भूपिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि लड़की जिंदा है। उन्होंने बताया कि लड़की नाबालिग है और अदालत में दिए गए बयानों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने यह भी बताया कि लड़की सिर में चोट लगने के कारण मानसिक रूप से डरी हुई है और कई बातें उसे याद नहीं रहतीं। सुरक्षा कारणों से यह खुलासा नहीं किया जा रहा कि वह इतने दिनों तक कहां रही।
फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और नाबालिग लड़की की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

