करप्शन के आरोपों में अमृतसर के विजिलेंस SSP सस्पेंड, सरकार की चुप्पी पर उठे सवाल
अमृतसर | Punjabi Doordarshan
पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। अमृतसर में तैनात विजिलेंस SSP लखबीर सिंह को करप्शन के आरोपों में सस्पेंड कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कार्रवाई एक कंस्ट्रक्शन कंपनी और एक वरिष्ठ IAS अधिकारी की शिकायत के बाद की गई है। मामला ₹55 करोड़ के डेवलपमेंट टेंडर से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे।
हालांकि, अब तक सरकार की ओर से सस्पेंशन को लेकर कोई आधिकारिक आदेश सार्वजनिक नहीं किया गया है।
मजीठिया की गिरफ्तारी करने वाली टीम के प्रमुख थे लखबीर सिंह
लखबीर सिंह को इसी साल अप्रैल 2025 में विजिलेंस SSP नियुक्त किया गया था। खास बात यह है कि 25 जून 2025 को बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी करने वाली टीम के वे ही प्रमुख थे। महज 9 महीने के भीतर उन पर भ्रष्टाचार के आरोपों में कार्रवाई की खबर से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है।
SSP लखबीर सिंह का बयान
इस पूरे मामले पर SSP लखबीर सिंह ने मीडिया से कहा:
“न तो मुझे सरकार की ओर से कोई आधिकारिक आदेश मिला है और न ही किसी स्तर पर इसकी पुष्टि हुई है। मुझे भी इंटरनेट और खबरों से ही मेरी सस्पेंशन की जानकारी मिली है।”
क्या है ₹55 करोड़ का टेंडर मामला?
सूत्रों के अनुसार, अमृतसर के पॉश इलाके रणजीत एवेन्यू में करीब ₹55 करोड़ के सीवरेज और स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर अनियमितताओं की शिकायत सामने आई थी। आरोप है कि:
- विकास कार्य ज़मीन पर नजर नहीं आया
- करोड़ों रुपये का घपला किया गया
- यह राशि कई लोगों में बांटी गई
इस शिकायत के बाद मामला सीधे सरकार तक पहुंचा।
समाजसेवी की भूमिका भी जांच के घेरे में
पुलिस सूत्रों के अनुसार:
- एक समाजसेवी के खिलाफ भी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है
- एक सामाजिक संगठन ने इस पूरे मामले की शिकायत DGP पंजाब को भी भेजी थी
- ठेके चहेतों को दिलाने और पूरी प्रक्रिया में कई लोगों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है
सरकार की चुप्पी पर सवाल
पिछले एक हफ्ते से अमृतसर में इस घोटाले को लेकर चर्चा थी, लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद AAP सरकार की चुप्पी अब जनता के बीच कई सवाल खड़े कर रही है।

