अमृतसर | Punjabi Doordarshan
पंजाब में कैंसर की बीमारी लगातार भयावह रूप लेती जा रही है। इसकी गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर स्थित स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट में प्रतिदिन 60 से 70 नए मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग और आम जनता दोनों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
इंस्टीच्यूट के प्रमुख डॉ. राजीव देवगन के नेतृत्व में यहां का पूरा मेडिकल स्टाफ मरीजों के बेहतर इलाज के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है। केंद्र और पंजाब सरकार की योजनाओं के अंतर्गत यहां आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे हजारों मरीजों को नया जीवन मिल रहा है।
120 करोड़ की लागत से बना अत्याधुनिक कैंसर इंस्टीच्यूट
अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में 120 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया यह 150 बिस्तरों वाला स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट पंजाब ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भी जीवनरेखा बन चुका है।
यहां प्रतिमाह लगभग 2000 मरीज सफल इलाज प्राप्त कर रहे हैं। अमृतसर के अलावा तरनतारन, फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट समेत कई जिलों से बड़ी संख्या में कैंसर पीड़ित यहां पहुंच रहे हैं।
1.5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज बना वरदान
सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा 1.5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पहले जहां इलाज के खर्च से मरीजों की हालत और बिगड़ जाती थी, अब सरकारी सहायता से उन्हें समय पर उपचार मिल रहा है।
जल्द शुरू होगा मैमोग्राफी व ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट
डॉ. राजीव देवगन ने बताया कि जल्द ही इंस्टीच्यूट में मैमोग्राफी और ब्रेस्ट कैंसर के विशेष उपचार की सुविधा भी शुरू की जाएगी। यहां अत्याधुनिक मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं और विभिन्न प्रकार के कैंसर के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा सर्जरी की जा रही है।
मरीजों को फिलहाल सर्जरी वार्ड नंबर–1 में भर्ती किया जाता है, जबकि नवनिर्मित भवन में भी शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते जांच और सही उपचार से कैंसर को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

