केंद्र की मोदी सरकार ने बढ़ती गर्मी को देखते हुए एयर कंडीशनर को लेकर बड़ा फैसला किया है. केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने मंगलवार को इस बारे में बताया कि अब एयर कंडीशनर के टेम्परेचर को स्टैंडर्डाइजेशन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह फैसला ऊर्जा संरक्षण, बिजली की खपत को कम करने और पर्यावरण के बैलेंस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
बता दें, केंद्रीय मंत्री मंगलवार को मोदी सरकार के 2047 के विजन को रेखांकित कर रहे थे. मनोहर लाल ने पिछले दशक में आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास में सरकार की महत्वपूर्ण प्रगति पर भी जोर दिया. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 11 साल पूरे कर लिए हैं और तय किए गए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हमारे पास 22 साल बाकी हैं. 2047 तक हमारा लक्ष्य एक विकसित भारत बनाना है और आने वाले सालों में हम पिछले दशक में की गई प्रगति को आगे बढ़ाते हुए कई गुना काम करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि विकसित भारत का मतलब है एक महत्वपूर्ण वैश्विक कद हासिल करना. अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए हमें व्यापार, उद्योग, जीवन स्तर और बिजली क्षेत्र को बढ़ाने की जरूरत है, जो सभी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इससे पहले, इस अवसर पर केंद्र सरकार ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों का ब्यौरा देने वाली एक व्यापक ई-बुक भी जारी की. इस दौरान मनोहर लाल ने एयर कंडीशनर को लेकर भी बयान दिया.
उन्होंने कहा कि सरकार पूरे देश में एक नई व्यवस्था लाने जा रही है, जिसके तहत सभी एसी के तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे और 28 डिग्री से ऊपर नहीं ले जाया जा सकेगा. यह व्यवस्था ठंडा करने और गर्म करने दोनों परिस्थितयों में काम करेगी. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एयर कंडीशनर के तापमान को मानकीकृत करने का प्रावधान किया जा रहा है. यह बहुत जल्द लागू होने जा रहा है. यह प्रयोग पहली बार होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से देश हैं, जहां यह व्यवस्था लागू है. उन्होंने जापान का उदाहरण भी दिया. यहां 26 डिग्री मानकीकृत है. वहीं, इटली के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां 23 डिग्री में किया हुआ है.