अजनाला (पंजाब): मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर अपने वादे को पूरा करते हुए पंजाब के बाढ़ प्रभावित परिवारों को दिवाली से पहले बड़ी राहत दी है। अजनाला में आयोजित मुआवजा वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का समय है जिन्होंने हालिया बाढ़ में भारी मुश्किलें झेली हैं।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि 11 सितंबर को उन्होंने वादा किया था कि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “सिर्फ 32 दिनों में हम गुरुओं की धरती से मुआवजे के चेक वितरित कर रहे हैं।”
भगवंत मान ने बताया कि इस बार किसानों को 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा रहा है — जो देश के इतिहास में पहली बार हुआ है। पहले जहां बाढ़ या तूफान के दौरान 25 से 37 रुपये के चेक मिलते थे, वहीं अब पारदर्शिता के साथ वास्तविक पीड़ितों को सीधा लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की कई संस्थाओं और संगठनों ने सरकार के साथ मिलकर बाढ़ पीड़ितों की मदद की है। “अगर यह आपदा किसी और राज्य में आती, तो राहत पहुंचाने में सालों लग जाते। लेकिन यह शहीदों और गुरुओं की धरती है — यहां लोग मुश्किल समय में भी मजबूती से खड़े हो जाते हैं।”
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि बाढ़ से राज्य को भारी नुकसान हुआ है —
- 32 हजार सरकारी स्कूल प्रभावित हुए,
- 2500 छोटे-बड़े पुल बह गए,
- कई कॉलेज और अस्पताल क्षतिग्रस्त हुए,
- 60 से अधिक लोगों की जान गई,
- और 5 लाख एकड़ से ज्यादा फसलें बर्बाद हुईं।
सिर्फ अजनाला में ही सरकार ने अब तक:
- 3.84 करोड़ रुपये मकानों के लिए,
- 1.16 करोड़ रुपये फसलों के लिए,
- और 73 लाख रुपये पशुओं के नुकसान की भरपाई के रूप में जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुआवजा वितरण की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है और वह खुद गांवों का दौरा कर सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी प्रभावित परिवार छूटे नहीं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जिन स्कूली बच्चों की किताबें या सामान बाढ़ में नष्ट हो गए हैं, उन्हें नया शैक्षणिक सामग्री दी जाएगी ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो।