चंडीगढ़: चंडीगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को अब जेब ढीली करनी पड़ेगी। 1 नवंबर से शहर में बिजली 1 फीसदी महंगी हो जाएगी। नई दरें घरेलू, कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और अन्य सैक्टरों पर लागू होंगी।
ज्वाइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (JERC) ने वीरवार को चंडीगढ़ समेत सभी केंद्र शासित प्रदेशों के लिए बिजली दरों में यह संशोधन मंजूर किया।
तीन कैटेगरी और पांच स्लैब में होगा बिलिंग सिस्टम
नए प्रावधानों के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। इसके साथ ही, पहले की तुलना में बिजली खपत के स्लैब दो से बढ़ाकर पांच कर दिए गए हैं। इसका मतलब यह है कि अब हर खपत स्तर पर उपभोक्ताओं को अलग-अलग दरें चुकानी होंगी।
CPDL ने मांगी थी 7.57% बढ़ोतरी
हालांकि, चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (CPDL) ने मौजूदा दरों में 7.57% बढ़ोतरी की मांग की थी, लेकिन JERC ने सिर्फ 1% वृद्धि को मंजूरी दी।
आयोग ने आगामी 5 वर्षों के लिए हर साल 2% तक की सालाना बढ़ोतरी की अनुमति दी है।
राजस्व और खर्च का संतुलन
नई दरों के लागू होने के बाद CPDL को नवंबर से बिजली बिलों के माध्यम से लगभग ₹1075 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा। वहीं, कंपनी का सालाना खर्च ₹1157 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
बिजली उपभोक्ताओं पर प्रभाव
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बढ़ोतरी मामूली है, लेकिन स्लैब बढ़ने के कारण मध्यम वर्गीय और उच्च खपत वाले उपभोक्ताओं के बिलों में अधिक अंतर देखने को मिल सकता है।
 
			
