पंजाब में बाढ़ का कहर: 3.54 लाख से अधिक लोग प्रभावित, 30 की मौत, 1.48 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद

चंडीगढ़, 3 सितंबर 2025: पंजाब इस समय अपने इतिहास की सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। राज्य के 23 ज़िले इसकी चपेट में आ चुके हैं और हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। बाढ़ ने अब तक 3.54 लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है, 30 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 1.48 लाख हेक्टेयर फसल क्षेत्र पूरी तरह तबाह हो गया है।

राज्य के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। प्रशासन, सुरक्षा बल और स्थानीय एजेंसियां दिन-रात काम कर रही हैं ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


🔸 अब तक का नुकसान – एक नज़र में

  • प्रभावित लोग: 3,54,000+
  • मृत्यु: 30
  • लापता लोग: 3 (सभी पठानकोट से)
  • फसल क्षति: 1,48,590 हेक्टेयर
  • प्रभावित गांव: 1,400
  • राहत शिविर: 174
  • शिविरों में रह रहे लोग: 5,167
  • सुरक्षित निकाले गए लोग: 19,597
  • तैनात NDRF टीमें: 23
  • सैन्य राहत टीमें: 12 (सेना, वायुसेना, नौसेना)
  • हेलीकॉप्टर: 35
  • नावें: 114

🚨 प्रभावित ज़िलों में बचाव और राहत कार्य

सुरक्षित निकाले गए लोगों की संख्या:

  • गुरदासपुर: 5,581
  • फिरोज़पुर: 3,432
  • अमृतसर: 2,734
  • फाजिल्का: 2,422
  • होशियारपुर: 1,615
  • कपूरथला: 1,428
  • पठानकोट: 1,139

अन्य जिलों जैसे बरनाला, जालंधर, मोगा, रूपनगर, मानसा और तरन तारन में भी सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।

🏕️ राहत शिविरों में ठहरे लोगों की संख्या:

  • फाजिल्का: 1,304
  • होशियारपुर: 1,041
  • फिरोज़पुर: 706
  • गुरदासपुर: 424
  • अमृतसर: 371

राहत शिविरों में पीड़ितों के लिए भोजन, दवाइयां, पीने का पानी और रहने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।


🌾 कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान

बाढ़ से किसानों को सबसे गहरा आघात पहुंचा है। हजारों हेक्टेयर खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।

सबसे अधिक फसल नुकसान वाले ज़िले:

  • गुरदासपुर: 40,193 हेक्टेयर
  • मानसा: 27,291
  • अमृतसर: 23,000
  • कपूरथला: 14,934
  • फिरोज़पुर: 14,665
  • तरन तारन: 11,883

फसलों के साथ-साथ पशुधन और सिंचाई संरचनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है। प्रारंभिक आकलन के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।


🛡️ राहत और बचाव के लिए तैनात बल

  • NDRF की 23 टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं।
    • गुरदासपुर और अमृतसर में सबसे अधिक – 6-6 टीमें।
  • सेना, वायुसेना और नौसेना की 12 संयुक्त टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
  • 8 टीमें रिज़र्व में रखी गई हैं
  • BSF सीमा क्षेत्रों में ज़मीनी राहत कार्य कर रही है।
  • राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर सहित कुल 35 हेलीकॉप्टर राहत पहुंचाने में लगे हैं।

🧍‍♂️ सरकार का आश्वासन: कोई भी परिवार बेसहारा नहीं रहेगा

राज्य सरकार ने कहा है कि हर प्रभावित व्यक्ति को राहत और पुनर्वास की पूरी सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।

मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने कहा:

“हमारा संकल्प है कि कोई भी व्यक्ति भूखा, बेघर या बेसहारा न रहे। किसानों को उनके नुकसान की भरपाई जल्द से जल्द दी जाएगी। पानी घटने के बाद स्थिति का और विस्तृत आकलन किया जाएगा ताकि पुनर्निर्माण तेज़ी से हो सके।”


🔚 निष्कर्ष

पंजाब में बाढ़ की यह आपदा भले ही भयावह हो, लेकिन सरकार, प्रशासन और आम लोगों की एकजुटता इस संकट को मात देने में अहम भूमिका निभा रही है। राहत और पुनर्वास का काम तेज़ी से चल रहा है और आने वाले दिनों में पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी।

 

Punjab Flood: Over 3.5 Lakh People Affected, Crops Damaged in 1.48 Lakh  Hectares

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