पंजाब को केंद्र का बड़ा तोहफ़ा! ब्रिटिश काल का अधूरा प्रोजेक्ट अब होगा पूरा
Punjabi Doordarshan | Edited By Rishab Chawla | Updated: 06 Dec, 2025
केंद्र सरकार ने पंजाब को एक बड़ा तोहफ़ा देते हुए ब्रिटिश शासनकाल में शुरू किए गए ऐतिहासिक रेलवे प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने 40 किलोमीटर लंबे कादियां–ब्यास रेल लाइन प्रोजेक्ट को “डीफ़्रीज” करने और तुरंत निर्माण कार्य आरंभ करने के निर्देश जारी किए हैं।
पुराना प्रोजेक्ट, नई शुरुआत
यह प्रोजेक्ट पहली बार 1929 में ब्रिटिश सरकार द्वारा मंजूर किया गया था और नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे ने इस पर काम भी शुरू कर दिया था। 1932 तक इसका लगभग एक-तिहाई हिस्सा पूरा हो चुका था, लेकिन अचानक इसे रोक दिया गया। 2010 में इसे रेल बजट में शामिल किया गया, लेकिन वित्तीय चिंताओं के चलते प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ सका।
अब केंद्र सरकार ने इसे दोबारा मंजूरी देते हुए साफ किया है कि पंजाब के रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
बटाला की इंडस्ट्री को मिलेगा बड़ा फायदा
रवनीत सिंह बिट्टू ने बताया कि नॉर्दर्न रेलवे के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर (कंस्ट्रक्शन) की ओर से जारी पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि
- रेलवे बोर्ड इस प्रोजेक्ट को डीफ़्रीज करेगा,
- एस्टीमेट तुरंत पास किया जाएगा,
- और कंस्ट्रक्शन का काम जल्द शुरू होगा।
यह नई रेल लाइन स्टील सिटी बटाला समेत आसपास के इलाकों की इंडस्ट्रियल यूनिट्स को नई ऊर्जा देगी और परिवहन सुविधाओं में तेजी लाएगी।
अधिकारियों को सभी बाधाएं हटाने के निर्देश
बिट्टू ने अधिकारियों को सभी रुकावटों को दूर करने और तेजी से काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि पंजाब में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए फंड की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
ब्रिटिश काल में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट अब 96 साल बाद फिर से रफ्तार पकड़ेगा, जिससे पंजाब के विकास को एक नया आयाम मिलने की उम्मीद है।

