चंडीगढ़ :चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) एक बार फिर उबाल में है। एफिडेविट फैसले और सीनेट-सिंडिकेट भंग करने के विवाद के शांत होने के कुछ ही दिनों बाद कैंपस में नया तनाव पैदा हो गया है। इस बार छात्रों ने सीनेट चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
हाल ही में पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एफिडेविट वाला निर्णय वापस ले लिया था, वहीं केंद्र सरकार ने भी सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने का नोटिफिकेशन रद्द कर दिया था। इससे यह उम्मीद थी कि यूनिवर्सिटी का माहौल सामान्य हो जाएगा। लेकिन छात्रों और प्रशासन के बीच अब “election date” को लेकर सीधा टकराव देखने को मिल रहा है।
रातों-रात शुरू हुआ विरोध
छात्र संगठनों ने पहले 10 नवंबर को प्रदर्शन करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रशासन और पुलिस की बढ़ी गतिविधियों को देखते हुए छात्रों ने 9 नवंबर की रात को ही विरोध शुरू कर दिया। रात होते ही कैंपस का माहौल तनावपूर्ण हो गया और बड़ी संख्या में छात्र गेट नंबर-2 पर जमा हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने “सीनेट चुनाव की डेट दो” और “पुलिस गो बैक” जैसे नारे लगाकर प्रशासन पर दबाव बढ़ाया। छात्रों का कहना है कि प्रशासन जानबूझकर चुनावों में देरी कर रहा है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है।
2000 पुलिस कर्मी मैदान में
स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने यूनिवर्सिटी और आसपास के इलाकों में करीब 2000 पुलिस जवान तैनात कर दिए हैं। यूनिवर्सिटी के मुख्य गेटों पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल को भी बुलाया गया है।
पुलिस की भारी मौजूदगी और छात्रों की आक्रामक मांगों को देखते हुए कैंपस में तनाव बना हुआ है।

