पंजाब: पंजाब सरकार ने राज्य को आपदा प्रभावित घोषित कर दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ के कारण राज्य के 23 जिलों और 1200 से अधिक गांवों में तबाही मच गई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, सबसे अधिक नुकसान गुरदासपुर, अमृतसर, बरनाला और होशियारपुर जिलों के गांवों में हुआ है।
बाढ़ के कारण अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3 लोग अभी भी लापता हैं। इसके अलावा, रोपड़ से छोड़े गए पानी और भारी बारिश के चलते सतलुज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है, जिससे नदी किनारे बसे इलाकों में खतरा बढ़ गया है। प्रशासन इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क है और हर संभव एहतियात बरत रहा है।
इस स्थिति को देखते हुए, रात के समय भारतीय सेना को भी तैनात किया गया है ताकि बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। जानकारी के अनुसार, फिल्लौर के आसपास स्थित संघवाल गांव के पास बांध टूटने का खतरा बना हुआ था, जिसके कारण सेना को तैनात किया गया है। फिलहाल, प्रशासन और सेना के संयुक्त प्रयासों से बांध की सुरक्षा को पुख्ता किया जा रहा है।
राज्य में बाढ़ के प्रभावों को कम करने के लिए राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चलाए जा रहे हैं, और प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजी जा रही है। सरकार ने इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव कदम उठाने का आश्वासन दिया है।