पंजाब डेस्क: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री स्वर्गीय बूटा सिंह को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अब राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National SC Commission) ने सख्त रुख अपना लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, आयोग ने तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर (DC) और एसएसपी को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे वड़िंग के खिलाफ की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट 7 दिनों के भीतर प्रस्तुत करें। यह कार्रवाई भाजपा नेता तरुण चुघ की शिकायत के आधार पर की गई है।
राज्य आयोग भी ले चुका है संज्ञान
इससे पहले पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने भी वड़िंग से 7 दिन के भीतर जवाब तलब किया था। आयोग ने सवाल उठाया था कि —
“अनुचित और भेदभावपूर्ण टिप्पणी करने वाले राजा वड़िंग को अब तक जिले की सीमा से बाहर क्यों नहीं किया गया?”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, तरनतारन उपचुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए राजा वड़िंग ने दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह के बारे में विवादित टिप्पणी की थी।
वड़िंग ने कहा था —
“कांग्रेस पार्टी ने एक काले रंग के व्यक्ति को, जो पहले लोगों के घरों में चारा काटता था, केंद्रीय गृहमंत्री बना दिया था।”
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हुई और उन्हें सफाई देनी पड़ी।

अब बढ़ सकती हैं कानूनी मुश्किलें
मामले ने अब न सिर्फ राजनीतिक बल्कि कानूनी रूप भी ले लिया है। राष्ट्रीय आयोग के हस्तक्षेप के बाद उम्मीद है कि आने वाले दिनों में राजा वड़िंग के लिए दिक्कतें और बढ़ सकती हैं।

