Thailand गए पंजाबियों को लेकर बड़ा खुलासा, साइबर स्लेवरी का शिकार बने युवा
चंडीगढ़ | पंजाबी दूरदर्शन
पंजाब से थाईलैंड गए युवाओं को लेकर एक ऐसा चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, थाईलैंड पहुंचे कई पंजाबी युवाओं को जंगलों में ले जाकर साइबर ठगी करने के लिए जबरन मजबूर किया गया, जिससे उनके परिवारों में चिंता और डर का माहौल बन गया है।
✈️ टूरिस्ट वीजा पर गए, फिर रहस्यमय ढंग से हो गए गायब
एक हिंदी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब से टूरिस्ट वीजा पर थाईलैंड गए करीब 370 पंजाबी युवक-युवतियां रहस्यमय तरीके से लापता हो गए हैं। वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद ये लोग भारत वापस नहीं लौटे, जिसके बाद मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा।
केंद्रीय विदेश मंत्रालय इस पूरे प्रकरण की निगरानी कर रहा है। थाईलैंड सरकार और बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने इन युवाओं के नाम और पते भारत भेजे हैं, ताकि उनकी पहचान और लोकेशन का पता लगाया जा सके।
🌲 थाई सेना की कार्रवाई में हुआ खुलासा
इस सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश उस समय हुआ, जब पिछले महीने थाईलैंड की सेना ने जंगलों में चल रहे एक अवैध माफिया नेटवर्क पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान जान बचाकर भागे 36 भारतीय युवक-युवतियां सेना के कैंप तक पहुंचे और वहां अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई।
उनकी कहानी सुनकर थाई प्रशासन भी हैरान रह गया। एजेंसियों को आशंका है कि लापता पंजाबी युवाओं के अलावा कई अन्य भारतीय भी साइबर स्लेवरी का शिकार हो सकते हैं।
🕵️ पंजाब सरकार और साइबर क्राइम विंग जांच में जुटी
केंद्र सरकार ने इस गंभीर मामले की जांच की जिम्मेदारी पंजाब सरकार और स्टेट साइबर क्राइम विंग को सौंपी है। जांच टीमें अब घर-घर जाकर पूछताछ कर रही हैं कि कौन युवक कब थाईलैंड गया, किस एजेंट के संपर्क में था और किस उद्देश्य से भेजा गया था।
💼 नौकरी का लालच, फिर शोषण
थाईलैंड से सुरक्षित लौटे कुछ युवाओं ने बताया कि
- मुंबई, बेंगलुरु और हरियाणा के एजेंटों ने उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा दिया
- थाईलैंड पहुंचते ही उन्हें जंगलों में बने ठिकानों पर ले जाया गया
- वहां साइबर ठगी करवाई जाती थी
- बदले में 80,000 से 1,00,000 रुपये तनख्वाह का लालच दिया जाता था
लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा भयावह थी।
🚫 पासपोर्ट जब्त, विरोध करने पर मारपीट
युवाओं के मुताबिक,
- उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया जाता था
- काम से मना करने पर मारपीट और भूखा रखने जैसी यातनाएं दी जाती थीं
- मजबूरी में उन्हें साइबर ठगी करने पर मजबूर होना पड़ता था
इस खुलासे के बाद पंजाब के सैकड़ों परिवारों में डर और अनिश्चितता का माहौल है। सरकार और जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क को तोड़ने और फंसे हुए युवाओं को सुरक्षित वापस लाने की दिशा में काम कर रही हैं।

