पंजाब डेस्क: अमेरिका में रह रहे पंजाबी ट्रक ड्राइवरों के लिए एक बड़ी चिंता की खबर सामने आई है। अमेरिकी सरकार ने ट्रक ड्राइवरों के लिए नए सख्त नियम लागू कर दिए हैं, जिनके तहत अब इंग्लिश बोलना और समझना अनिवार्य कर दिया गया है।
नए नियमों के अनुसार, ट्रक ड्राइवरों को अब इंग्लिश स्पीकिंग टेस्ट देना होगा। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में पंजाब मूल के ड्राइवरों से जुड़े सड़क हादसों की संख्या बढ़ने के बाद यह निर्णय लिया गया।
7,000 से ज्यादा ड्राइवर फेल — लाइसेंस हुए सस्पेंड
अमेरिका में हाल ही में शुरू किए गए इस इंग्लिश टेस्ट में 7,000 से अधिक नॉन-अमेरिकन ड्राइवर पास नहीं हो सके। इनमें से कई ड्राइवर पंजाब मूल के बताए जा रहे हैं। फेल ड्राइवरों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं और कई मामलों में पुलिस ने ऑन-रोड टेस्ट लेकर ड्राइवरों को वहीं ट्रक से उतार दिया।
फिलहाल अमेरिका में करीब 1.50 लाख पंजाबी ट्रक ड्राइवर सक्रिय हैं।
ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी का बयान
अमेरिकी ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी सीन डफी ने कहा कि —
“अमेरिकी ट्रांसपोर्ट कानून के अनुसार, हर ट्रक ड्राइवर को इंग्लिश में ट्रैफिक साइन पढ़ने और बुनियादी बातचीत करने में सक्षम होना चाहिए।”
उन्होंने बताया कि ओबामा प्रशासन के दौरान इस नियम में ढिलाई बरती गई थी, लेकिन अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 25 जून 2025 से इसे अनिवार्य रूप से लागू करने की मंजूरी दी है।
नई नीति के तहत पुलिस अब सड़क पर ही इंग्लिश स्पीकिंग और साइन पढ़ने का टेस्ट ले रही है। अगर कोई ड्राइवर फेल पाया जाता है, तो उसे ट्रक से नीचे उतार दिया जाता है और लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है।
कैलिफोर्निया में विरोध — “यह भेदभावपूर्ण नियम है”
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य ने इस आदेश का विरोध किया है।
यहां ड्राइविंग लाइसेंस के लिए इंग्लिश टेस्ट को सख्ती से अनिवार्य नहीं माना गया है। हालांकि एक बेसिक इंग्लिश परीक्षा होती है, लेकिन थोड़ा-बहुत इंग्लिश जानने वालों को भी लाइसेंस दिया जाता है।
इसी कारण, अधिकतर भारतीय ड्राइवर कैलिफोर्निया में ही लाइसेंस बनवाना पसंद करते हैं।
🇺🇸 भारतीय ड्राइवरों पर दोहरी मार
बढ़ते हादसों के चलते अमेरिकी सरकार पहले ही भारतीय ड्राइवरों के वीज़ा पर अस्थायी रोक लगा चुकी थी। अब इंग्लिश टेस्ट की अनिवार्यता से वहां काम कर रहे पंजाबी ड्राइवरों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

