Punjabi Doordarshan के लिए विशेष रिपोर्ट
चंडीगढ़
पंजाब का प्रमुख और विश्वसनीय डेयरी ब्रांड वेरका अब देश की सीमाओं से बाहर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने के लिए तैयार है। कंपनी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि वेरका न केवल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रहा है, बल्कि सप्लाई चेन को भी वैश्विक स्तर पर विस्तार देने की दिशा में काम कर रहा है।
अब विदेशी बाजारों में भी पहुँचेगा “वेरका स्वाद”
वेरका अपने प्रमुख उत्पाद जैसे दूध, घी, दही, लस्सी, पनीर और आइसक्रीम को पहली चरण में यूके, कनाडा, अमेरिका और मिडल ईस्ट की बाजारों में भेजने जा रहा है। इसके लिए कंपनी ने इंटरनेशनल क्वालिटी स्टैंडर्ड्स के अनुसार अपनी पैकेजिंग, कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स और भंडारण प्रणालियों को अपडेट किया है, जिससे उपभोक्ताओं तक ताजगी और गुणवत्ता के साथ उत्पाद पहुँचाया जा सके।
“स्थानीय से वैश्विक तक” – उपभोक्ताओं से मजबूत जुड़ाव की कोशिश
वेरका प्रबंधन ने इस वैश्विक विस्तार के पीछे की सोच को साझा करते हुए कहा:
“हमारी कोशिश यही है कि न केवल पंजाब और भारत में, बल्कि विदेशों में बसे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं तक भी हमारे उत्पाद सरलता से पहुँच सकें। ये सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि विश्वास और साझेदारी का सवाल है।”
विदेशी रसोइयों तक पहुँचेगा “पंजाबी स्वाद”
वेरका का मानना है कि पंजाबी दूध उत्पादों की खासियत – जैसे देसी घी, घर का बना पनीर, और प्रामाणिक लस्सी – विदेशों में बसे भारतीय समुदाय के लिए एक भावनात्मक जुड़ाव है। ब्रांड मैनेजर के अनुसार:
“हम चाहते हैं कि पंजाब की खुशबू और स्वाद दुनियाभर की रसोइयों में महसूस की जा सके। यह हमारा मिशन नहीं, बल्कि विज़न है।”
किसानों के लिए भी सुनहरा मौका
इस अंतरराष्ट्रीय विस्तार का सीधा लाभ पंजाब के डेयरी किसानों को भी मिलेगा। नई मार्केट्स में मांग बढ़ने से स्थानीय किसानों की आमदनी में इज़ाफा होने की उम्मीद है। कंपनी का मानना है कि यह कदम ग्रामीण आर्थिकी को सशक्त बनाने में मददगार होगा।
“Make in Punjab, Sold to the World”
वेरका का यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे अभियानों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से प्रस्तुत कर रहा है। वेरका अब केवल एक डेयरी ब्रांड नहीं, बल्कि पंजाब की संस्कृति, स्वाद और गुणवत्ता का वैश्विक दूत बनता जा रहा है।
“वेरका अब हर कोने में, हर दिल में – पंजाब की पहचान के तौर पर अपनी जगह बना रहा है।”
Punjabi Doordarshan,
चंडीगढ़