ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सहयोगियों से कहा, यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है: सूत्र

सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक में अपने सहयोगियों से कहा कि यह सभी के लिए गर्व का क्षण है, जब भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर चलाया।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को नौ आतंकवादी शिविरों पर सटीक हमले करने तथा कम समय में लक्ष्य को नष्ट करने के लिए बधाई दी।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों से कहा कि यह नया भारत है।

मात्र 25 मिनट तक चले तीव्र एवं समन्वित हमले में भारत ने बालाकोट के बाद से अब तक का सबसे बड़ा सीमापार हमला किया, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

शीर्ष सूत्रों ने बताया कि इस सटीक हमले में प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए। सरकार ने एक ब्रीफिंग में कहा कि सैन्य कार्रवाई को मापा गया और लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया।

 

इस्लामाबाद ने कहा कि भारत के मिसाइल हमलों में 26 नागरिक मारे गए और 46 अन्य घायल हो गए।

भारत ने कहा कि केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, किसी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को नहीं। सरकार ने एक बयान में कहा, “हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है… भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।”

 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले को “युद्ध की एक स्पष्ट कार्रवाई” करार दिया और कहा कि उनके देश को “करारा जवाब” देने का पूरा अधिकार है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान और पीओके में सैन्य कार्रवाई का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि प्रधानमंत्री इस आतंकी हमले की मानवीय कीमत के बारे में स्पष्ट थे।

ऑपरेशन का नाम – सिंदूर, जो कि विवाहित हिंदू महिलाओं द्वारा लगाया जाने वाला सिंदूर है – दुख , स्मृति और संकल्प का जानबूझकर किया गया आह्वान था ।

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