तरनतारन उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा की जमानत जब्त—जानें क्यों मिली इतनी बड़ी हार
Punjabi Doordarshan News
Edited By Rishab Chawla | Updated: 14 Nov, 2025 | 08:59 PM
तरनतारन: पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारी बढ़त के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। AAP उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने 12,091 वोटों की लीड के साथ यह जीत अपने नाम की। इस चुनाव में जहां AAP ने अपनी मजबूती का स्पष्ट संकेत दिया, वहीं कांग्रेस और भाजपा की जमानत जब्त होना दोनों दलों के लिए बड़ा राजनीतिक झटका साबित हुआ है।
क्यों हुई कांग्रेस और भाजपा की जमानत जब्त?
1. कांग्रेस उम्मीदवार का बेहद खराब प्रदर्शन
इस सीट पर पहले मजबूत पकड़ रखने वाली कांग्रेस को इस उपचुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज को सिर्फ 15,078 वोट मिले। मतदान प्रतिशत के लिहाज़ से यह आँकड़ा बेहद कमजोर रहा, जिसके चलते कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई।
विश्लेषकों के अनुसार,
- पार्टी की स्थानीय स्तर पर कमजोर पकड़
- संगठनात्मक ढांचे की कमी
- उम्मीदवार का अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाना
इस हार के प्रमुख कारण रहे।
2. भाजपा को मिला अब तक का सबसे बड़ा झटका
भाजपा उम्मीदवार हरजीत सिंह संधू को केवल 6,239 वोट ही मिल सके।
यह संख्या भाजपा के लिए एक बड़ा संकेत है कि पार्टी अभी भी पंजाब की राजनीति में मजबूत जमीन नहीं बना सकी है।
कम वोट शेयर की वजह से भाजपा की जमानत भी जब्त हो गई।
AAP की जीत—पंजाब की राजनीति में बड़ा संदेश
AAP उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने वोटों की लगातार बढ़ती लीड के साथ यह साबित कर दिया कि तरनतारन सीट पर जनता का भरोसा पूरी तरह आम आदमी पार्टी के साथ है।
इस जीत ने यह भी साफ कर दिया कि—
- पंजाब में AAP की राजनीतिक पकड़ और मजबूत हो रही है
- पारंपरिक दलों पर जनविश्वास लगातार कम हो रहा है
- मतदाता बदलाव को तरजीह दे रहे हैं
तरनतारन उपचुनाव क्यों था महत्वपूर्ण?
तरनतारन विधानसभा सीट पंजाब की हॉट सीट मानी जाती है।
यह उपचुनाव AAP विधायक डॉ. कश्मीर सिंह के निधन के बाद कराया गया।
चुनाव में कुल 15 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुकाबला मुख्य रूप से AAP, कांग्रेस, भाजपा, शिरोमणि अकाली दल और वारिस पंजाब दे के बीच रहा।

