पंजाब में लोगों की सुविधा के लिए सरकार ने 46 नई अति-आधुनिक एम्बुलेंस सेहत विभाग के बेड़े में शामिल की हैं। सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन एम्बुलेंस में बेसिक लाइफ सपोर्ट और जीपीएस जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि समाना में हुए सड़क हादसे में कैंटर और स्कूल बस की टक्कर हुई थी, जिसमें 7 बच्चों की दुखद मृत्यु हो गई थी। अब उन सात बच्चों की स्मृति में 7 एम्बुलेंस समर्पित की गई हैं। ये एम्बुलेंस समाना क्षेत्र में ही तैनात की जाएंगी।
एम्बुलेंस सेवा को 4 प्वाइंटों में समझें –
- समय सीमा निर्धारित – एम्बुलेंस के लिए समय सीमा तय की गई है। शहरी क्षेत्रों में 10 से 12 मिनट और ग्रामीण क्षेत्रों में 15 मिनट के भीतर एम्बुलेंस लोगों तक पहुंचेगी। इनमें सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, ताकि आपातकालीन समय में लोगों को तुरंत सहायता मिल सके। हालांकि सेहत मंत्री का दावा है कि पूरे देश में उनका रिस्पांस टाइम सबसे बढ़िया है।
- हर जिले को मिलेगी एम्बुलेंस : इन एम्बुलेंस में से पटियाला को 11, लुधियाना को 4 और फतेहगढ़ साहिब को 3 एम्बुलेंस दी जाएंगी। इसके साथ ही जरूरत के अनुसार सभी जिलों में इनका संचालन किया जाएगा। अब कुल 371 एम्बुलेंस पूरे पंजाब में लोगों की सेवा के लिए रहेगी।
- ऑक्सीजन का रहेगा इंतजाम: एम्बुलेंस में एंबु बैग, ऑक्सीजन, इमरजेंसी दवाएं और अन्य अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा, एम्बुलेंस में डिलीवरी के लिए विशेष किट का भी प्रबंध किया गया है। सेहत मंत्री ने कहा कि अक्सर यह खबरें आती थी ग्रामीण एरिया से जब महिलाओं को लाया जाता था, तो रास्ते में इस तरह की खबरें आती थी। ऐसे में इस बार इंतजाम किया गया गया।
- प्राइवेट कंपनी करती है देखभाल: एम्बुलेंस सरकार द्वारा खरीदी गई हैं, लेकिन इनका संचालन केवल एजेंसियों के माध्यम से किया जाएगा।