पॉपुलर पंजाबी सिंगर गुरदास मान (Singer Gurdas Maan) के छोटे भाई गुरपंथ मान (Gurapanth maan) का निधन हो गया है। वो 68 वर्ष के थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने मोहाली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में आज सुबह अंतिम सांस ली। गुरपंथ पिछले दो महीनों से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। तबीयत में सुधार के बाद उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन अचानक उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। गुरपंथ मान पंजाब के गिद्दड़बाहा के रहने वाले थे और पेशे से किसान व कमीशन एजेंट का काम करते थे। गुरपंथ के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा-बेटी हैं, दोनों विदेश में बसे हुए हैं। गुरपंथ का अंतिम संस्कार 10 जून को चंडीगढ़ में किया जाएगा।
नहीं रहे गुरदास मान के भाई
परिवार से जुड़े वकील गुरमीत मान ने बताया कि गुरपंथ जी कुछ दिनों से सुधार की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने के चलते उनका निधन हो गया। गुरदास मान, जो तीन भाई-बहनों में बीच के भाई थे, फिलहाल भाई के निधन से शोक में है और मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं।
गुरदास ने दिलाई पहचान
गुरदास मान ने पंजाबी म्यूजिक को एक नई पहचान दिलाई है। वो इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर सिंगर माने जाते हैं। 1980 में आए उनके गाने ‘दिल दा मामला है’ ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया था। उन्होंने अपना पंजाब, बूट पॉलिशन, और हीर जैसे एलबम्स से इंटरनेशनल स्टेज पर भी पहचान दिलाई। साथ ही वारिस, शहीद-ए-मोहब्बत बूटा सिंह, और देश होया परदेस जैसी फिल्मों में एक्टिंग कर सभी को हैरान कर दिया।