भारतीय टीम ने इंग्लैंड को ओवल टेस्ट मैच में 374 रन का लक्ष्य दिया है. आज तक इस मैदान पर 300 का स्कोर भी चेज नहीं हुआ है. ऐसे में इंग्लैंड के लिए यह चेज आसान नहीं होगा. टीम के लिए मुश्किल इसलिए भी है क्योंकि क्रिस वोक्स बल्लेबाजी करने नहीं आएंगे और वो तीसरे दिन ओपनर जैक क्रॉली का विकेट खो चुके हैं. क्रॉली 14 रन बनाकर सिराज की गेंद पर बोल्ड हुए. इंग्लैंड को अब जीत के लिए 324 रन की जरूरत है.
इससे पहले भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 396 रन बनाए. टीम के ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के ऊपर इस पारी में काफी दबाव था लेकिन उन्होंने एक बार फिर अपने आलोचकों को शतक से जवाब दिया. जायसवाल ने तीसरे दिन आकाशदीप (Akashdeep) के साथ बल्लेबाजी की शुरुआत की. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 107 रन की शानदार साझेदारी की. जायसवाल ने 118 रन की पारी में कई शानदार शॉट्स खेले. उन्हें दूसरी ओर से आकाशदीप का अच्छा साथ मिला.
यूं तो आकाशदीप को नाइटवॉचमैन की तरह भेजा गया था लेकिन वो टॉप ऑर्डर बल्लेबाज की तरह ही खेलते नजर आए. उन्होंने 94 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 66 रन बनाए. आकाशदीप का ये टेस्ट क्रिकेट में पहला ही अर्धशतक है. इंग्लैंड के साथ-साथ शायद ही भारतीय टीम में किसी ने उम्मीद की थी कि आकाशदीप बल्ले से इतना शानदार प्रदर्शन करके दिखाएंगे. आकाशदीप के आउट होने के बाद कप्तान शुभमन गिल (11) और करुण नायर (17) भी ज्यादा समय नहीं टिक पाए. ये दोनों ही खिलाड़ी गस एटकिंसन का शिकार बने.
इसके बाद क्रीज पर आए रविंद्र जडेजा और एक बार फिर टीम के लिए संकट मोचक साबित हुए. जडेजा ने सीरीज में पांचवां अर्धशतक लगाया. उनकी 53 रन की पारी में पांच चौके शामिल थे. ध्रुव जुरेल ने उनका साथ दिया लेकिन 34 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए. इसके बाद आए वॉशिंगटन सुंदर जिन्होंने इंग्लैंड को बैजबॉल का स्वाद चखा दिया.
सुंदर पहले तो बहुत संभलकर बल्लेबाजी कर रहे थे. हालांकि मोहम्मद सिराज के आउट होने के बाद वो अटैक के मूड में आ गए. वो समझ गए थे कि अब जितना हो सके उतने रन भारत के खाते में जोड़े जाएं. उन्होंने इसके बाद छक्के चौकों की झड़ी लगा दी. जोश टंग की गेंद पर आउट होने से पहले उन्होंने 46 गेंदों में 53 रन बना लिए थे जिसमें चार चौके और चार छक्के शामिल थे. प्रसिद्ध कृष्णा इस दौरान केवल दो ही गेंद खेल सके.