जलालाबाद (पंजाब डेस्क): पंजाब के जलालाबाद शहर में डेंगू बुखार ने हाहाकार मचा दिया है। शहर के 17 वार्डों में से कोई भी ऐसा वार्ड नहीं बचा जहां डेंगू पॉजिटिव केस सामने न आए हों। लगभग हर घर में बुखार और थकावट से पीड़ित लोग हैं, जिससे लोगों में डर और दहशत का माहौल बन गया है।
निजी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या
शहर के निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कई अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं और डॉक्टर लगातार मरीजों का इलाज कर रहे हैं। हालांकि, अधिकांश लोग सरकारी अस्पतालों की बजाय निजी अस्पतालों में इलाज कराना पसंद कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास डेंगू के मामलों की रिपोर्ट नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग की रोकथाम मुहिम में कमी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक कोई विशेष अभियान नहीं चलाया गया है। शहर के बाहरी इलाके जैसे दशमेश नगरी, मोहल्ला गांधी नगर, मोहल्ला राजपूतवाला में डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन विभाग की टीम इन इलाकों में फॉगिंग या जांच नहीं कर रही है।
नगर काउंसिल द्वारा की जा रही फॉगिंग को लोग कागजी कार्रवाई मान रहे हैं। कई जगह सिर्फ मशीन से धुआँ फैलाया जा रहा है, जिससे मच्छरों पर कोई असर नहीं पड़ रहा।
डॉ. अंकित मिडा की सलाह
एम.डी. मैडीसिन डॉ. अंकित मिडा ने बताया कि डेंगू एक वायरल बीमारी है जो एडिस मच्छर के काटने से फैलती है। इसका समय पर इलाज न होने पर मरीज की हालत गंभीर हो सकती है। उन्होंने नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियों का पालन करने की सलाह दी:
- घर और आसपास की सफाई रखें
- टंकियों, गमलों में पानी जमा न होने दें
- खुले में कचरा न फेंकें
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान दें
- मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें
- मच्छर रोधी स्प्रे या क्रीम का इस्तेमाल करें
डॉ. मिडा ने नगर काउंसिल और स्वास्थ्य विभाग से जोरदार सफाई अभियान, हर वार्ड में फॉगिंग, और स्कूलों में डेंगू जागरूकता सुनिश्चित करने की अपील की।
स्थानीय लोगों की मांग
शहरवासियों ने सरकार से जलालाबाद में डेंगू की स्थिति पर तुरंत ध्यान देने और आपातकालीन स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग की है, ताकि प्रभावित लोगों को राहत मिल सके।

