श्रीनगर से श्री आनंदपुर साहिब के लिए रवाना हुआ विशाल नगर कीर्तन, कई बड़े नेता रहे मौजूद
Punjabi Doordarshan | Srinagar
श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित भव्य नगर कीर्तन सोमवार को श्रीनगर स्थित गुरुद्वारा छठी पातशाही साहिब से पूरे सम्मान और आध्यात्मिक माहौल के बीच श्री आनंदपुर साहिब के लिए रवाना हुआ। शुरुआत के साथ ही पूरा इलाक़ा “जो बोले सो निहाल” के जयकारों से गूंज उठा।
इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल भी संगत के साथ उपस्थित रहे। तीनों नेताओं ने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेककर शांति, मानवता और भाईचारे का संदेश दिया।
जम्मू में 19 नवंबर को बड़े स्तर पर विश्राम कार्यक्रम
नगर कीर्तन श्रीनगर से रवाना होकर पहले जम्मू पहुंचेगा, जहां बड़ी संख्या में संगत इसके स्वागत के लिए तैयार है। 19 नवंबर को जम्मू में विशेष विश्राम कार्यक्रम रखा गया है। प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों द्वारा सुरक्षा व सुविधाओं की विस्तृत व्यवस्था की गई है।
काफिले में एम्बुलेंस, डिजिटल म्यूज़ियम, लंगर सेवा और धर्म प्रचार से जुड़े विशेष रथ शामिल हैं, जो श्रद्धालुओं का बड़ा आकर्षण बने हुए हैं।
गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षा आज भी प्रासंगिक
नेताओं ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाएं—धार्मिक स्वतंत्रता, मानव अधिकारों की रक्षा और भाईचारे की भावना—आज के समय में और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई हैं। जम्मू-कश्मीर की साझा संस्कृति इन मूल्यों को और मजबूती देती है।
22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होगा समापन
नगर कीर्तन श्रीनगर से होते हुए जम्मू, पठानकोट, दसूहा, होशियारपुर, माहिलपुर और गढ़शंकर मार्ग से गुजरते हुए 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। वहीं फरीदकोट, तलवंडी साबो और गुरदासपुर से रवाना होने वाले नगर कीर्तन भी इसी दिन एक साथ पहुंचेंगे।
23 से 25 नवंबर तक विशेष समागम
श्री आनंदपुर साहिब में 23 से 25 नवंबर तक कई प्रमुख कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें “चक्क नानकी” टेंट सिटी, इंटर-फेथ कॉन्फ्रेंस, ड्रोन शो, प्रदर्शनी, रक्तदान शिविर और पौधारोपण कार्यक्रम प्रमुख आकर्षण रहेंगे।

