पंजाब के सबसे महंगे लाडोवाल Toll Plaza को लेकर हैरानीजनक खुलासा, जाम से त्रस्त जनता ने दी चेतावनी
Edited By: Rishab Chawla| Updated: 05 Dec, 2025 – 10:03 AM
फिल्लौर/लुधियाना (भाखड़ी): पंजाब का सबसे महंगा माना जाने वाला लाडोवाल टोल प्लाज़ा न सिर्फ अपनी भारी फीस के लिए बल्कि लगातार लगने वाले लंबे जाम के कारण भी इस समय बड़ी चर्चा में है। रोज़ाना लगने वाले जाम ने स्थानीय निवासियों का सब्र तोड़ दिया है, और अब गुस्से में भरे लोग सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पिछले कई महीनों से टोल प्लाज़ा पर जाम खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। लोग घंटों तक गाड़ियों में फंसे रहते हैं, जिससे उनका समय, ईंधन और पैसा—तीनों बर्बाद हो रहे हैं।
FASTag के बावजूद हर वाहन क्यों रोका जा रहा है?
स्थानीय लोगों रिंका पासी, अश्विनी मल्होत्रा, धर्मपाल और मुकेश कुमार ने बताया कि—
- सभी वाहन FASTag से जुड़े होने के बावजूद
- टोल कर्मचारी हर गाड़ी को रोककर नंबर नोट करते हैं
- और फिर मैनुअली बैरियर खोलते हैं
यही प्रक्रिया जाम का सबसे बड़ा कारण बताई जा रही है। सप्ताह में दो दिन जाम 5 किलोमीटर तक फैल जाता है।
VIP लेन में कथित स्कैम का दावा
नागरिकों ने एक बड़ा आरोप भी लगाया है। उनके अनुसार—
- टोल कर्मचारियों ने अधिकारियों के साथ मिलकर एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया हुआ है
- VIP लेन से गाड़ी निकालने के लिए वाहन मालिक पहले से ऑनलाइन भुगतान करते हैं
- वे ग्रुप में वाहन नंबर भेजते हैं
- प्लाज़ा पर पहुंचते ही कर्मचारी नंबर मिलान कर उन्हें बिना रोके जाने देते हैं
इस कथित प्रक्रिया के चलते आम जनता की लाइनें और भी लंबी होती जा रही हैं, जिससे जाम लगातार बढ़ रहा है। लोगों ने इसे “जाम का असली कारण” बताया है।
पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस ने खोले बैरियर
बीते दिन लुधियाना के पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस भी इसी जाम में फंस गए। गुस्से में उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर—
- टोल प्लाज़ा के सभी बैरियर खोल दिए
- और वाहनों को निकालकर जाम खुलवाया
हालाँकि, उनके जाने के मात्र 30 मिनट बाद जाम दोबारा लग गया।
लोगों ने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया
आज भी बड़े जाम में फंसे लोग कर्मचारियों से बहस करते दिखे।
स्थानीय लोगों का कहना है—
- “अगर दो दिनों में समाधान नहीं हुआ, तो हम टोल पर धरना देंगे।
- फिर हर वाहन को बिना टैक्स दिए निकलवाया जाएगा।”
जनता ने साफ चेतावनी दी है कि अगली कार्रवाई की ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।

