ट्रंप प्रशासन ने भारतीय छात्रा श्रीनिवासन का क्यों रद्द किया वीजा? क्या होता है सेल्फ डिपोर्ट; जानें पूरा मामला

ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक भारतीय छात्रा का वीजा रद्द कर दिया गया है। आरोप है कि “हिंसा और आतंकवाद का समर्थन” करने और हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों में शामिल होने के कारण उसका वीजा रद्द कर दिया गया। इसके बाद भारतीय छात्रा ने खुद को अमेरिका से निर्वासित कर लिया है। गृह सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि भारतीय नागरिक रंजनी श्रीनिवासन कोलंबिया यूनिवर्सिटी में शहरी नियोजन में डॉक्टरेट की छात्रा के रूप में एफ-1 छात्र वीजा पर संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश किया था। इसमें यह भी कहा गया है कि श्रीनिवासन आतंकवादी संगठन हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों में शामिल थीं। इसके बाद विभाग ने 5 मार्च को उनका वीजा रद्द कर दिया था।

सीबीपी होम ऐप का किया इस्तेमाल

गृह सुरक्षा विभाग ने कहा कि उन्हें 11 मार्च को स्व-निर्वासन के लिए सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी) होम ऐप का उपयोग करते हुए श्रीनिवासन का वीडियो फुटेज मिला है। गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने बयान में कहा कि “संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने और अध्ययन करने के लिए वीजा प्राप्त करना एक विशेषाधिकार है”। नोएम ने कहा, “जब आप हिंसा और आतंकवाद की वकालत करते हैं, तो उस विशेषाधिकार को रद्द कर दिया जाना चाहिए और आपको इस देश में नहीं रहना चाहिए। मुझे कोलंबिया विश्वविद्यालय के आतंकवाद समर्थकों में से एक को स्व-निर्वासन के लिए सीबीपी होम ऐप का उपयोग करते हुए देखकर खुशी हुई।”

क्या होता है सेल्फ डिपोर्ट?

होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने 10 मार्च को देश में अवैध रूप से रहने वालों के लिए स्व-निर्वासन रिपोर्टिंग सुविधा के साथ CBP होम ऐप लॉन्च किया था। देश में अवैध रूप से रहने वाले व्यक्ति देश छोड़ने के अपने इरादे को प्रस्तुत करने के लिए CBP होम मोबाइल फोन एप्लिकेशन का उपयोग कर सकते हैं। होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने बताया, “CBP ऐप ऐसे व्यक्तियों को तुरंत देश छोड़ने और स्व-निर्वासन करने का विकल्प देता है, ताकि उन्हें भविष्य में कानूनी रूप से लौटने और अमेरिकी सपने को जीने का अवसर मिल सके। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम उन्हें ढूंढ लेंगे, हम उन्हें निर्वासित कर देंगे, और वे कभी वापस नहीं आएंगे।”

फिलिस्तीनी छात्रा पर भी हुई कार्रवाई

इसी तरह से वेस्ट बैंक की एक अन्य फिलिस्तीनी छात्रा लेका कोर्डिया को ICE HSI नेवार्क के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। उसे उसके समाप्त हो चुके F-1 छात्र वीजा की अवधि से अधिक समय तक रहने के लिए गिरफ्तार किया था। साक्ष्यों की कमी के कारण उसका वीजा 26 जनवरी, 2022 को समाप्त कर दिया गया। विभाग ने कहा कि इससे पहले अप्रैल 2024 में कोर्डिया को न्यूयॉर्क शहर में कोलंबिया यूनिवर्सिटी में हमास समर्थक विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए भी गिरफ्तार किया गया था।

कोलंबिया यूनिवर्सिटी को ट्रंप प्रशासन की चेतावनी

दरअसल, पिछले सप्ताह ट्रंप प्रशासन ने “यहूदी छात्रों के लगातार उत्पीड़न के बावजूद स्कूल की निरंतर निष्क्रियता” के कारण कोलंबिया यूनिवर्सिटी को दिए जाने वाले संघीय अनुदानों और अनुबंधों में लगभग 400 मिलियन अमरीकी डॉलर को तत्काल रद्द करने की घोषणा की थी। न्याय विभाग (DOJ), स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (HHS), शिक्षा विभाग (ED) और अमेरिकी सामान्य सेवा प्रशासन (GSA) ने यहूदी-विरोधी भावना से निपटने के लिए संयुक्त कार्य बल के सदस्यों के रूप में यह कार्रवाई की। शिक्षा विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी के पास वर्तमान में संघीय अनुदान प्रतिबद्धताओं में 5 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि कोई भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी जो अवैध विरोध प्रदर्शनों की अनुमति देता है और छात्रों को परिसर में यहूदी-विरोधी उत्पीड़न से बचाने में बार-बार विफल रहता है, उसे संघीय निधि से वंचित किया जाएगा।

यहूदी छात्रों को दें सुरक्षा

बता दें कि पिछले हफ्ते, ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी को दिए जाने वाले संघीय अनुदानों और अनुबंधों में लगभग 400 मिलियन अमरीकी डॉलर को तत्काल रद्द करने की घोषणा की थी। शिक्षा सचिव लिंडा मैकमोहन ने 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर हमला किए जाने के बाद से कहा, “यहूदी छात्रों को अपने परिसरों में लगातार हिंसा, धमकी और यहूदी विरोधी उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है। ये केवल उन लोगों द्वारा अनदेखा किया जाता है, जिन्हें उनकी रक्षा करनी चाहिए। यदि विश्वविद्यालयों को संघीय वित्त पोषण प्राप्त करना है, तो उन्हें सभी संघीय भेदभाव विरोधी कानूनों का पालन करना चाहिए। बहुत लंबे समय से, कोलंबिया ने अपने परिसर में पढ़ने वाले यहूदी छात्रों के प्रति उस दायित्व को छोड़ दिया है।” मैकमोहन ने कहा है कि हम कोलंबिया और अन्य विश्वविद्यालयों को दिखाते हैं कि हम उनकी भयावह निष्क्रियता को अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।

यूनिवर्सिटी ने क्या कहा?

इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के स्नातक और कानूनी स्थायी निवासी महमूद खलील को इजरायल के खिलाफ कोलंबिया परिसर में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए गिरफ्तार किया है। फिलीस्तीनी मूल के खलील को आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और उसे लुइसियाना के एक हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है। हालांकि कोलंबिया यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है, “यूनिवर्सिटी के नियमों और नीतियों को लागू करने और हमारी अनुशासनात्मक प्रक्रियाओं में सुधार करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”

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