पंजाब। सीमावर्ती जिला गुरदासपुर के निवासी माधव शर्मा ने भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट के रूप में अपना नाम रोशन किया है, जिससे उनके जिले और माता-पिता को गर्व महसूस हुआ है। गुरदासपुर पहुंचने पर उनका शानदार स्वागत किया गया। बचपन से ही माधव को सेना के जवानों को वर्दी में देखकर देश पर गर्व महसूस होता था, और तब से ही उनका सपना था कि वह एक दिन सेना में अधिकारी बनेंगे।
यह सपना उनके पिता का भी था, जो चाहते थे कि उनका बेटा सेना में अफसर बने। माधव के पिता हतिंदर शर्मा एक अखबार में पत्रकार थे, और उनकी मां श्रीमती गोपी रंजन एक सरकारी हाई स्कूल में शिक्षिका हैं। दुख की बात यह है कि माधव के पिता अब हमारे बीच नहीं रहे।

लेफ्टिनेंट माधव शर्मा ने बताया कि जब उनके पिता का निधन हुआ, तब वे प्रशिक्षण पर थे। इस दुखद खबर को सुनकर उन्हें गहरा सदमा लगा, लेकिन उनकी मां ने उन्हें साहस और हिम्मत दी, जिससे आज वह इस मुकाम तक पहुंच सके हैं। उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा एक दिन लेफ्टिनेंट बने, और आज माधव ने वह सपना पूरा कर दिया।
माधव शर्मा ने यह भी बताया कि इसके पहले वे तीन महीने तक आईबी में कार्यरत रहे थे। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील की है कि वे नशे की आदत को छोड़ने के लिए खुद आगे आएं। उनका मानना है कि युवाओं को नशे की बजाय खेल और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए, और अगर वे नशे से बचने का विचार करें, तो यह उनके जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी है।