लगातार पांच हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने अब जीत के रास्ते पर वापसी कर ली है। एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने सोमवार को लखनऊ सपुरजायंट्स को उसके घर इकाना स्टेडियम में पांच विकेट से हरा दिया। ये चेन्नई की इस सीजन दूसरी जीत है तो लखनऊ की तीसरी हार। टीम की जीत में फिनिशर धोनी का अहम रोल रहा।
इस मैच में धोनी ने 20 साल के युवा बल्लेबाज शेख रशीद को मौका दिया और उन्होंने रचिन रवींद्र के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी। इस युवा बल्लेबाज ने शानदार बल्लेबाजी की और अपने खूबसूरत शॉट्स से सभी को प्रभावित किया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। पाचवें ओवर की पांचवीं गेंद पर रशीद को आवेश खान ने निकोलस पूरन के हाथों कैच करा उनकी पारी का अंत कर दिया। रशीद ने 19 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 27 रन बनाए।
लखनऊ को विकेट नहीं मिल रहे थे। ऐसे में पंत ने एडेन मार्करम को बुलाया और उन्होंने रचिन रवीद्र को एलबीडब्ल्यू कर दिया। राहुल त्रिपाठी एक बार फिर फेल हुए। 10 गेंद खेलने के बाद वह नौ रन ही बना सके। उन्हों रवि बिश्नोई ने पवेलियन की रहा दिखाई।
जडेजा और दुबे ने जारी रखा संघर्ष
राहुल का विकेट 76 रनों पर गिरा था। इसके बाद शिवम दुबे और रवींद्र जडेजा ने मोर्चा संभाला। टीम को दोनों से काफी उम्मीदें थी, लेकिन बिश्नोई ने जडेजा को अपने जाल में फंसा लिया। 13वें ओवर की दूसरी गेंद पर वह सात रन बनाकर आउट हो गए। उनके बाद आए विजय शंकर भी रनों की गति को बढ़ा नहीं पा रहे थे जिसके दबाव में बड़ा शॉट खेलते हुए 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर दिग्वेश राठी का शिकार हो गए।
धोनी ने रखा कदम
शंकर के बाद धोनी ने मैदान पर कदम रखा और हमेशा की तरह पूरा स्टेडियम माही के शोर से गूंज उठा। धोनी ने 15वें ओवर की आखिरी दो गेंदों पर आवेश खान पर दो चौके मार फैंस की उम्मीदें जिंदा रखीं। 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर भी धोनी ने छक्का मार लखनऊ की चिंताओं को बढ़ा दिया। आखिरी दो ओवरों में चेन्नई को जीत के लिए 24 रनों की जरूरत थी। दुबे और धोनी के दम पर चेन्नई ने ये रन बना लिए और जीत हासिल की।
लखनऊ के दिग्गज हुए फेल
घरेलू मैदान अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में सोमवार को लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के इरादे से उतरे लखनऊ सुपर जायंट्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन मध्यक्रम में कप्तान की अर्धशतकीय पारी की मदद से मेजबान टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स को 167 रनों का लक्ष्य दिया। पिछले मुकाबलों में एलएसजी की जीत की गारंटी बने एडम मार्करम (06) और निकोलस पूरन (08) सीएसके के खिलाफ कोई कमाल नहीं कर सके। मिचेल मार्श (30) आक्रामक शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में विफल रहे।
चेन्नई के कप्तान धोनी ने पिच के मिजाज को समझते हुए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। खलील अहमद ने अपने कप्तान के निर्णय को सही साबित किया। खलील ने पहले ओवर की आखिरी गेंद पर मार्करम को आउट कर चेन्नई को बड़ी सफलता दिलाई। 23 रन के कुल स्कोर पर एलएसजी को निकोलस पूरन के रूप में दूसरा तगड़ा झटका लगा। अंशुल काम्बोज ने मैच के चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर कैरेबियाई बल्लेबाज को एलबीडब्ल्यू कर चेन्नई को सबसे बड़ा विकेट दिलाया। हालांकि, इसके लिए धोनी को रिव्यू का सहारा लेना पड़ा, जिसमें पूरन विकेट के सामने पाए गए। उन्होंने नौ गेंदों की पारी में दो चौके लगाए।
फॉर्म में लौटे पंत
लखनऊ ने चार ओवरों में 23 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। अब टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी खराब फॉर्म से जूझ रहे पंत के कंधों पर थी। उन्होंने टीम प्रबंधन की उम्मीद को बरकरार रखा और क्रीज पर पहुंचते ही शानदार चौका जड़कर अच्छा संकेत दिया। हालांकि, इसी बीच मार्श को जडेजा ने बोल्ड कर दिया। पंत ने मिचेल के साथ तीसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े।
इसके बाद कप्तान ने आयुष बडोनी (22) के साथ धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया। इस दौरान बडोनी को दो बार जीवनदान मिले, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके। जडेजा की शानदार गेंद पर धोनी ने उन्हें स्टंप आउट कर लखनऊ को करारा झटका दिया। पिछले छह मैचों की पांच पारियों में सिर्फ 40 रन बनाने वाले पंत इस अहम मुकाबले में बिल्कुल अलग अंदाज में दिख रहे थे। कई अच्छे शॉट लगाने के बाद उनका आत्मविश्वास भी मजबूत हो रहा था।लगातार विकेट गिरने की वजह से वह अपनी शैली के अनुरूप तो बल्लेबाजी नहीं कर पाए, लेकिन आउट होने से पहले टीम को चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तक जरूर पहुंचाया। पंत ने 42 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्कों की मदद से सीजन का पहला अर्धशतक लगाकर आईपीएल में जोरदार वापसी की। कप्तान के फॉर्म में लौटने से लखनऊ को जरूर राहत मिली होगी।