बठिंडा: बॉलीवुड एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत सोमवार को एक मानहानि मामले में पेशी के लिए बठिंडा कोर्ट पहुंचीं। उनकी पेशी के दौरान अदालत परिसर में कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए थे और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस ने कंगना को सुरक्षा घेरे में कोर्ट तक पहुंचाया।
मीडिया से बातचीत के दौरान कंगना रनौत ने कहा कि इस पूरे विवाद में “एक बड़ी गलतफहमी (Misunderstanding)” हुई है। उन्होंने कहा —
“मैंने माता जी को संदेश दिया है कि वे गलतफहमी का शिकार हुई हैं। मैं अपने सपनों में भी ऐसा नहीं सोच सकती। मां चाहे हिमाचल की हो या पंजाब की, मेरे लिए हर मां सम्मानजनक है। सभी मुझे बहुत प्यार करते हैं।”
कंगना ने आगे बताया कि जिस ट्वीट को लेकर विवाद हुआ था, वह उनका मूल ट्वीट नहीं था, बल्कि किसी वकील की पोस्ट को रीट्वीट किया गया था। उन्होंने कहा कि उस समय देश में कई आंदोलन चल रहे थे और उन्होंने सामान्य संदर्भ में ट्वीट किया था।
“अगर केस को देखा जाए तो इसका मुझसे कोई सीधा लेना-देना नहीं था। जो गलतफहमी हुई, उसके लिए मुझे खेद है,” कंगना ने कहा।
पुलिस ने की सख्त सुरक्षा व्यवस्था:
बठिंडा सिटी के एसपी नरिंदर सिंह ने बताया कि अदालत परिसर में सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए थे ताकि कोई भी शरारती तत्व माहौल न बिगाड़ सके। उन्होंने कहा कि पुलिस का फोकस “लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखना” था। कोर्ट परिसर के आसपास नाकाबंदी की गई और मीडिया को भी सुरक्षा घेरा पार करने की अनुमति नहीं दी गई।
मुख्य बिंदु:
- मानहानि केस में कंगना रनौत की बठिंडा कोर्ट में पेशी
- अदालत परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था
- कंगना बोलीं – “गलतफहमी हुई, मैं किसी मां का अपमान नहीं सोच सकती”
- विवादित ट्वीट को बताया रीट्वीट, खेद जताया

