Navjot Sidhu की राजनीति में वापसी पर बड़ा सवाल, CM चेहरे की शर्त ने बढ़ाई सियासी हलचल
Punjabi Doordarshan | Edited By Rishab Chawla | Updated: 06 Dec, 2025
पंजाब की राजनीति में लंबे समय से शांत रहे पूर्व सांसद और पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर सियासी चर्चाओं के केंद्र में आ गए हैं। उनकी राजनीति में संभावित वापसी को लेकर उनकी पत्नी और पूर्व विधायक डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने बड़ा बयान दिया है, जिसने पंजाब की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।
CM घोषित किए जाने पर ही होगी सिद्धू की वापसी
डॉ. सिद्धू ने स्पष्ट कहा है कि उनके पति अब तभी राजनीति में लौटेंगे, जब कांग्रेस 2027 विधानसभा चुनाव के लिए आधिकारिक रूप से नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी।
उन्होंने कहा कि सिद्धू बिना किसी स्पष्ट भूमिका या अधिकार के राजनीति में रहना नहीं चाहते। अगर वे राजनीति में लौटते हैं, तो “पूर्ण अधिकारों” के साथ पंजाब में वास्तविक बदलाव लाना चाहते हैं।
“राजनीति हमारे लिए सेवा है, सौदा नहीं” — डॉ. सिद्धू
डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि राजनीति उनके परिवार के लिए हमेशा सेवा का माध्यम रही है।
- न तो वे किसी आर्थिक लेनदेन के आधार पर सत्ता चाहते हैं
- न ही कोई समझौता करके पद हासिल करने में विश्वास रखते हैं
उनके अनुसार, सिद्धू वही जिम्मेदारी स्वीकार करेंगे, जिसमें उन्हें प्रदेश के लिए ठोस निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिले।
कांग्रेस से रिश्ते बरकरार, प्रियंका गांधी पर भरोसा
डॉ. सिद्धू ने बताया कि सिद्धू का कांग्रेस से रिश्ता आज भी मजबूत है।
- खासकर प्रियंका गांधी से उनकी नजदीकी और भरोसा कायम है।
सिद्धू उन्हें एक सक्षम और भरोसेमंद नेतृत्व मानते हैं।
पंजाब कांग्रेस की गुटबाजी पर भी निशाना
डॉ. सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस में जारी अंदरूनी कलह पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा,
“कांग्रेस में पांच नेता ऐसे हैं जो खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और यह गुटबाजी पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है।”
राजनीति में नई हलचल
सिद्धू के CM चेहरे की शर्त ने पंजाब कांग्रेस की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है।
जहां कई नेता इसे पार्टी के लिए चुनौती मान रहे हैं, वहीं समर्थक इसे सिद्धू की स्पष्ट राजनीति और नेतृत्व क्षमता का संकेत बता रहे हैं।
सिद्धू की यह शर्त पंजाब की राजनीति में आने वाले दिनों में कई समीकरण बदल सकती है।

